रिटायर्ड जज काटजू ने अदालत को कहा है कि वह न्यायपालिका का सम्मान करते हैं और सौम्या मामले में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ जो भी लिखा था उसे वह अपनी फेसबुक वॉल से हटा रहे हैं। काटजू चाहते हैं कि सुप्रमीम कोर्ट छुट्टियों में बंद होने से पहले उनके मामले की सुनवाई कर ले। केरल में हुए सौम्या हत्या मामले में जस्टिस काटजू ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत ठहराते हुए अपने ब्लॉग और फेसबुक वॉल पर लिखा था। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने काटजू को अदालत में आकर बहस में हिस्सा लेने और यह फैसला गलत क्यों है यह बताने को कहा था। उन पर अदालत की अवमानना का केस हुआ और छह हफ्तों में उनसे जवाब मांगा गया था।
शीर्ष अदालत से बिना शर्त माफी मांगने को तैयार हैं काटजू
सौम्या हत्या मामले में पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू अपने ब्लॉग पर सुप्रीम कोर्ट के बारे में टिप्पणी की थी। शीर्ष अदालत ने इसके बारे में स्वतः संज्ञान लिया था और उनके खिलाफ अवमानना का मामला दायर किया था। अब काटजू ने अदालत को कहा है कि वह खुली अदालत में बिना शर्त माफी मांगने को तैया हैं। साथ ही उन्होंने अदालत की अवमानना मामले को बंद करने के लिए भी कहा है।

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