अलीगढ़/लखनऊ। श्रद्धेय बाबू कल्याण सिंह जी ने अपने लिए राजगद्दी प्राप्त करने से महत्वपूर्ण प्रभु श्रीराम के चरणों में उसको समर्पित करने का कार्य किया था। राममंदिर के लिए जो अभियान 1990 से लेकर 1992 और उसके बाद तक चला, उसी का परिणाम है कि आज प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। जब जनवरी 2024 में पांच सौ वर्षों का इंतजार समाप्त करके भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होकर हमें आशीर्वाद दे रहे होंगे तो श्रद्धेय बाबूजी की आत्मा को असीम संतुष्टि मिलेगी। उनकी आत्मा हमें आशीर्वाद देगी कि जिस कार्य के लिए उन्होंने राजसत्ता को छोड़ा था, आज वो सपना साकार हुआ है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यपाल कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान कहीं। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।
एकात्म मानववाद के अनुसार था बाबूजी का जीवन:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रद्धेय बाबू कल्याण सिंह को जब भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद पर विचार व्यक्त करने का अवसर मिला तो उन्होंने हर बार इस बात को स्पष्टता के साथ कहा कि पेट को आहार, मन को प्यार, मस्तिष्क को विचार और आत्मा को संस्कार का समुच्चय ही एकात्म मानववाद है। इसी के अनुसार कल्याण सिंह जी ने अपना जीवन जिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धेय बाबूजी की आज द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर हम हिन्दू गौरव दिवस के रूप में उन्हें स्मरण कर रहे हैं। हम सब इस बात को जानते हैं कि पहली बार 1991 में जब कल्याण सिंह जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी तब प्रदेश में सुरक्षा और सुशासन का माहौल बना। आज का दिन अद्भुत संगम का दिन है, जब विश्व उद्यमिता दिवस और नाग पंचमी का पवित्र पर्व भी है।
मूर्त रूप ले रही हैं विकास की बड़ी योजनाएं:
मुख्यमंत्री ने विश्व उद्यमिता दिवस पर भारत के करोड़ों उद्यमियों को इस बात के लिए धन्यवाद और बधाई दी कि आज पूरी दुनिया में मेक इन इंडिया की धमक बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि 1991 में कल्याण सिंह ने अलीगढ़ के उद्यमियों को नई पहचान देने के लिए ताला नगरी का गठन किया था। सीएम योगी ने कहा कि 2017 में जब प्रदेश में भाजपा सरकार का गठन हुआ, तब प्रदेश के परंपरागत उद्यम को बढ़ावा देने और एमएसएमई सेक्टर को नई पहचान देने के लिए ओडीओपी का कार्य प्रारंभ हुआ। उन्होंने कहा कि आज अलीगढ़ को उसके ओडीओपी के कारण वैश्विक मान्यता प्राप्त हो रही है। ये कार्य इसलिए संपन्न हुआ कि डबल इंजन सरकार की ताकत जब आम जनता के आशीर्वाद से आगे बढ़ती है तो हर मनोरथ पूर्ण होते हैं। आज अयोध्या में भव्य मंदिर बन रहा है, वहीं काशी विश्वनाथ धाम, ब्रजतीर्थ का विकास और विकास की सभी बड़ी परियोजनाएं जिनके बारे में कभी सोचा भी नहीं गया था, वो सब आज मूर्त रूप लेती दिखाई देती हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े कैंसर संस्थान का नामकरण:
मुख्यमंत्री ने बताया कि बाबूजी के पुण्यतिथि के अवसर पर यूपी के सबसे बड़े कैंसर संस्थान का नामकरण श्रद्धेय बाबू कल्याण सिंह कैंसर सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के रूप में किया गया है। इसके अलावा बुलंदशहर, जो कभी बाबूजी की कर्मभूमि रही है, वहां निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज भी श्रद्धेय कल्याण सिंह के नाम पर रखा गया है, इसका काम तेजी से चल रहा है। आने वाले समय में बुलंदशहर और आसपास के युवाओं को उस मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलना शुरू हो जाएगा।
रामभक्तों पर गोली चलवाने की जगह मुख्यमंत्री पद को त्याग करना चुना: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कल्याण सिंह (बाबू जी) पिछड़ों और गरीबों की असीम संवेदना के प्रतीक थे। बाबू जी ने कभी जातिवाद की बात नहीं की बल्कि पिछड़ी जातियों को संबल प्रदान करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भारतीय पिछड़ा जाति आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर पिछड़ी जातियों को सशक्त करने का कार्य कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वो वक्त था, जब राम भक्तों का सैलाब अयोध्या में उमड़ पड़ा। लोगों ने दबाव बनाया कि गोलियां चलाकर कार सेवकों को रोका जाना चाहिए। बाबूजी ने बड़ा निर्णय लिया कि मैं गोली नहीं चलाऊंगा, मैं मुख्यमंत्री पद त्याग दूंगा। ये बड़ा बलिदान था।