कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार में खींचतान के बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मंत्रालय का बंटवारा कर दिया है। उन्होंने वित्त, खुफिया, सूचना एवं जनसंपर्क, ऊर्जा और कपड़ा समेत 11 विभागों को अपने पास रखा है। वित्त मंत्रालय जैसे अहम विभाग को लेकर संशय बना हुआ था। वहीं, उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता जी परमेश्वर को गृह मंत्रालय दिया गया है, जिसमें खुफिया विभाग शामिल नहीं है।
गठबंधन में अहम भूमिका निभाने वाले कांग्रेसी नेता डीके शिवकुमार को सिंचाई विभाग और परिवार एवं कल्याण विभाग दिया गया है। कुमारस्वामी के भाई एचडी रेवन्ना को पीडब्ल्यूडी विभाग दिया गया है।
इन्हें मिला ये विभाग
कांग्रेस के रमेश जरकीहोली को म्युनिसिपैलिटी विभाग, सी पुत्तरंगा शेट्टी को पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और जयमाला को महिला एवं शिशु विकास और कन्नड कल्चर विभाग दिया गया है। इसके अलावा जेडीएस के वेंकटराव को पशुपालन विभाग और निर्दलीय आर शंकर को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
6 जून को हुआ था कैबिनेट विस्तार
6 जून (बुधवार) को कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन सरकार के कैबिनेट का विस्तार हुआ था। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मौजूदगी में राज्यपाल वजुभाई वाला ने कैबिनेट के 25 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई थी। कर्नाटक कैबिनेट में जेडीएस के नौ और कांग्रेस के 14 विधायक शामिल हुए। वहीं मायावती की पार्टी बसपा के एकमात्र विधायक और एक निर्दलीय को भी कैबिनेट में जगह दी गई।
किस पार्टी के कितने मंत्री
कुमारस्वामी ने मंत्रिमंडल में 25 मंत्रियों को शामिल किया। मंत्रियों को राज्यपाल वजुभाई वाला ने शपथ दिलाई। इस विस्तार के साथ मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या 27 हो गई है। कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में 14 मंत्री कांग्रेस के, नौ मंत्री सहयोगी दल जेडीएस और एक-एक मंत्री बसपा और केपीजेपी के बनाए गए हैं। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार भी शामिल हैं।