यूपी के मेरठ में एक किसान महापंचायत में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लाल किले का पूरा कांड बीजेपी की सरकार ने कराया और जिन्होंने झंडे फहराए वो इनके अपने कार्यकर्ता थे। उन्होंने कहा कि हमने शुरू से ही इस आंदोलन में हिस्सा लिया।
केजरीवाल ने कहा कि कई लोगों ने मुझे बताया कि उन्हें जानबूझकर गलत रास्ता दिखाया गया क्योंकि उन्हें दिल्ली की सड़कों का पता नहीं था। झंडा फहराने वाले उनके (भाजपा) कार्यकर्ता थे। हमारे किसान कुछ भी हो सकते हैं लेकिन देशद्रोही नहीं। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने योजना बनाई कि दिल्ली में आ जाने दो, फिर जेल में डाल देंगे। केंद्र सरकार ने मेरे पास फाइल भेजी कि दिल्ली के 9 बड़े स्टेडियम को जेल बनाना है लेकिन हमने फ़ाइल क्लियर नहीं की। अगर हम जेल बनाने देते तो ये किसानों को वहाँ कैद कर लेते और सारा आंदोलन खत्म हो जाता।।
उन्होंने तीनों कृषि कानून को डेथ वॉरंट बताया। केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए ये कानून पास कराया है। इस कानून के चलते सबकी खेती इन पूंजीपतियों के हाथ में चली जाएगी। ऐसे तो हर किसान मजदूर बन जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही है, कीले ठोकी जा रही है। ऐसा तो अंग्रेज़ों ने हमारे किसानों पर इतने जुल्म नहीं किए थे, भाजपा ने तो अंग्रेज़ो को भी पीछे छोड़ दिया। अब ये हमारे किसानों पर झूठे मुकदमे कर रहे है।
किसान आंदोलन में 250 लोग शहीद हो चुके हैं।, लेकिन सरकार के कानों में जू नहीं रेंग रही है। 70 साल में सभी पार्टियों ने किसानों को धोखा दिया है। केजरीवाल ने कहा कि किसान बस फसल का सही दाम मांग रहा है लेकिन सरकार नहीं मान रही है कोई भी सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही है।