केरल के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार तड़के भारी बारिश और भूस्खलन की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को वहां से निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल की टीमें रवाना कर दी गई हैं। केंद्र सरकार भी केरल के हालात पर नजर बनाए हुए है। इस तरह के हालात के बाद राज्य के 22 बांध खोल दिए गए हैं। लगातार बारिश के चलते शुकवार की सुबह इडुक्की जलाश के पांच में से दो और फाटक खोल दिए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस ने कहा कि यह 50 साल में सबसे भारी बारिश है। 22 लोगों की मौत हो चुकी है। सैन्य बलों और 6 आपदा राहत टीमों को भेज दिया गया है। सारे बांध खोल दिए गए हैं।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि 11 लोगों की मौत इडुक्की जिले में, पांच लोगों की मौत मलप्पुरम जिले में, तीन लोगों की मौत वायनाड, दो लोगों की कन्नूर और एक की मौत कोझिकोड जिले में हुई है। केंद्र सरकार एक अंतर मंत्रालयी टीम भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही है।
#Kerala: Southern Naval Command has sent 4 diving teams & 1 Sea King helicopter to Wayanad for evacuating stranded people. pic.twitter.com/ZZjbiOxxV0
— ANI (@ANI) August 9, 2018
केरल में बाढ़ की वजह से एक सड़क धंसने का वीडियो सामने आया है।
#WATCH: Road gets washed out in Malappuram after flash flood hit the region. #Kerala pic.twitter.com/2CqWjkn0no
— ANI (@ANI) August 9, 2018
भारी बारिश के चलते राज्य में कई बांधों का जलस्तर काफी बढ़ गया है और यह अपनी सर्वाधित क्षमता के नजदीक पहुंचने लगा है। बांधों के जलस्तर को कम करने के लिए कम से कम 22 रिजर्ववायर्स के दरवाजे खोल दिए गए हैं।
भारी बारिश की वजह से वालयार और कांजिकोड के बीच रेल पटरियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसे देखते हुए इस मार्ग चलने वाली रेलगाड़ियों का आवागमन अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। एर्नाकुलम और पठालम के निचले इलाकों में पानी भर गया है। यहां से लोगों को बाहर निकालने के लिए बोट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Kerala state electricity board has issued third red alert in Idukki reservoir. The dam will be opened tomorrow morning to maintain the water level. At 4 pm today, the water level was 2399.56 ft.
— ANI (@ANI) August 9, 2018