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किसान टैक्टरों के साथ केएमपी एक्सप्रेस-वे पहुंचे, किया जाम

सोनीपत, छह मार्च(वार्ता) केंद्रीय कृषि कानूनों रद्द करने समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर विभिन्न किसान...
किसान टैक्टरों के साथ केएमपी एक्सप्रेस-वे पहुंचे,  किया जाम

सोनीपत, छह मार्च(वार्ता) केंद्रीय कृषि कानूनों रद्द करने समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर विभिन्न किसान संगठनों ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार हरियाणा के सोनीपत जिले से होकर गुजरने वाले लगभग 136 किलोमीटर लम्बे कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रैस-वे आज जाम किया। आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर किसानों ने'काला दिवस' मनाया।

किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में उनके हरियाणा-दिल्ली, उत्तरप्रदेश-दिल्ली, हरियाणा-राजस्थान सीमाओं पर चल रहे आंदोलन के आज 100 दिन पूरे होने पर पूर्वाहन 11 बजे से अपराहन चार बजे तक केएमपी एक्सप्रैस-वे जाम करने का ऐलान किया था। अपने इस कार्यक्रम के अनुसार बड़ी संख्या में किसान अपने ट्रैक्टरों और अन्य वाहनों ने सुबह से गांवों और कस्बों से निकल कर उक्त एक्सप्रैस-वे पर उमड़ने शुरू हो गये थे। इनमें महिलाएं और युवा भी काफी संख्या में थे।

वहीं किसानों के केएमपी एक्सप्रैस-वे जाम करने के ऐलान के मद्देनजर पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये राई , कुंडली और खरखौदा समेत अन्य स्थालों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने के साथ लोगों को इस एक्सप्रेस-वे से यात्रा न करने की सलाह दी थी। किसानों के इस आहवान पर प्रदेश पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया था तथा कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये तीन पुलिस उपाधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस की चार कम्पनियां तैनात की गईं थीं। पुलिस ने पहले ही किसानों को चेतावनी दी थी कि अगर वे कानून व्यवस्था भंग करने का प्रयास करेंगे तो इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। जिला पुलिस प्रमुख जश्नदीप सिंह रंधावा ने किसान संगठनों और खाप प्रधानों से जहां कानून व्यवस्था बनाने और शांतिपूर्वक मार्च निकालने की अपील की थी वहीं यातायात व्यवस्था भी दुरुस्त रखने के निर्देश दिये थे।

राज्य से हो कर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़ से आने वाले भारी वाहनों को करनाल से शामली होकर पानीपत से सनौली होकर उत्तर प्रदेश, गाजियाबाद और व नोएडा जाने की सलाह दी गई है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग-71 से गोहाना, रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी से होते हुए दिल्ली जाने को कहा गया है। इसके अलावा हल्के वाहन जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़ से आने वाले दिल्ली और गुरुग्राम जाने के लिए बहालगढ़ से बागपत, लोनी बॉर्डर से होते हुए दिल्ली जा सकते हैं।

पुलिस ने सोनीपत जिले में बहालगढ़ चौक, केएमपी, केजीपी, मुरथल, गन्नौर, पिपली, पिपली टोल प्लाजा, बारोटा चौक समेत शहर में कई मार्गों पर नाके लगाए हैं।

इस बीच किसानों के इस जाम के चलते बीच बड़ी संख्या में किसान ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर जुटे हैं। गाजियाबाद में डासना, मुरादनगर और दुहाई पर चक्का जाम कर टोल फ्री कर दिया गया है। यहां किसान काली पट्टियां बांध कर धरने पर बैठे हुये हैं। मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद हैं। डासना में इस चक्का जाम का नेतृत्व किसान नेता जगतार सिंह बाजवा कर रहे हैं। किसानों ने एक्सप्रेस-वे के बीच में अपने ट्रैक्टर ट्रालियां और अन्य वाहन खड़े कर दिये हैं जिससे एक्सप्रेस-वे पूरी तरह जाम है। दोनों तरफ से आने जाने वाले वाहनों को पूरी तरह से रोक दिया गया है। इस दौरान एम्बुलेंस और अन्य आपात सेवाओं के वाहनों को निकलने की अनुमति दी जा रही है। तेज धूप और गर्मी के कारण यात्रा करने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। हालांकि कुछ जगह किसानों ने आम लोगों के लिये जलपान की भी व्यवस्था की है।

वहीं सुबह ईस्टर्न पेरिफेरल-वे पर पहुंच किसान संघर्ष समिति गाजीपुर के राष्ट्रीय प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत आंदोलन किया जा रहा है। किसानों ने टोल फ्री कर दिया है। किसान संगठनों ने किसानों से शांतिपूर्ण आंदोलन करने तथा किसी सार्वजनिक और निजी सम्पत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आहवान किया है। राज्य के पलवल में भी बड़ी संख्या में किसानों ने एकत्रित होकर प्रदर्शन किया।

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