देश की 17वीं लोकसभा के लिए गुरूवार को पहले चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों और चार राज्यों की विधानसभा सीटों पर मतदान हुए लेकिन नाराजगी के चलते कुछ बूथ ऐसे भी हैं जहां एक भी वोट नहीं पड़ा।आइए जानते हैं उन बूथों के बारे में जहां लोगों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया और क्या है उनकी वजह-
- ओडिशा के कालाहांडी जिले के भेजीपदर गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। उनका कहना है कि वे 2017 से प्रशासन से शिकायत करने के बावजूद अपने गांव के लिए एक अच्छी सड़क बनाने का इंतजार कर रहे हैं।
- जमुई (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र में ओठमा और तरी दाविल गांव के चुनाव का बहिष्कार किया। स्थानीय ग्रामीण मतदाताओं ने सड़क ओर पानी की समस्या से नाराज होकर यह विरोध जताया।
- बिजनौर लोकसभा के मीरपुर विधानसभा क्षेत्र के योगेंद्र नगर गांव में लोगों ने वोट नहीं डाला। ग्रामीणों का कहना है कि सोलानी नदी पर पुल नहीं बनने से वे नाराज हैं।
- मुंगेर में सुरक्षा के मद्देनजर स्थान्तरित किये गए बूथों पर भी मतदाता नहीं पहुंचे। जमुई लोकसभा अंतर्गत तारापुर विधान सभा के 06 नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों को सुरक्षा के लिहाज से स्थांनातरित कर दूसरे जगह शिफ्ट किया गया था। दूरी के चलते मतदाता नाराज थे।
- उत्तराखंड में टिहरी जिले के डिगोठी और लोदाल गांवों के निवासियों ने भी सड़क नहीं बनने से नाराज होकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया। इन गांवों में किसी ने वोट नहीं डाले। बागेश्वर जिले के बछिम और उमला में लोगों ने भी गांवों को सड़क और स्कूल नहीं मिलने पर चुनाव का बहिष्कार किया। पिथौरागढ़ जिले के तीन गांव और चंपावत जिले के रुइया और रोथल गांवों ने भी इसी तरह के मुद्दों पर लोगों ने वोट नहीं डाला।
इन राज्यों में डाले गए वोट
जिन राज्यों में पहले चरण में वोट डाले गए, उनमें असम, बिहार, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, ओडिशा, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, और पश्चिम बंगाल के अलावा अंडमान-निकोबार और लक्षदीप, तेलंगाना और उत्तराखंड शामिल हैं। पहले चरण में ही आंध्र प्रदेश, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा विधानसभा के लिए भी वोट डाले गए।
कई दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद
पहले चरण में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (नागपुर), जनरल वीके सिंह (गाजियाबाद), लोजपा से चिराग पासवान (जमुई), कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी (बिजनौर), हम से जीतन राम मांझी (गया), हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक, नैनीताल से कांग्रेस के हरीश रावत, पौड़ी से मनीष खंडूरी जैसे दिग्गज नेताओं की किस्मत का पिटारा भी ईवीएम में कैद हो गया।