कुपवाड़ा में आज तड़के करीब चार बजे तीन फिदायीन आतंकी सेना के शिविर में घुस गए थे। इस हमले में एक अधिकारी समेत तीन जवान शहीद हो गए और सात घायल हो गए। आतंकवादियों ने जैसे ही अंधाधुंध गोलीबारी शुरू की और शिविर में अंदर घुसना शुरू किया तो फील्ड आर्टिलरी रेजिमेंट के ऋषि कुमार ने उन्हें देख लिया।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि इसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हुई। एक गोली ऋषि केे सिर में लेकिन बुलेट प्रूफ पटका ने उसे बचा लिया। हालांकि गोली लगने के कारण वह जमीन पर गिर गया। लेकिन तुरंत संंभलते हुए उसने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया।
गोला-बारूद खत्म होने के बाद ऋषि अपने बंकर से बाहर निकला और तीसरे आतंकवादी का सामना करने के लिए मारे गए आतंकवादियों के हथियार उठाने की कोशिश की। तीसरे आतंकवादी को भी उसने घायल कर दिया लेकिन वह भागने में सफल रहा।
बिहार के आरा के रहने वाले ऋषि कुमार को गोलियों के छर्रे लगे हैं। उसे श्रीनगर में बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि ऋषि कुमार आठ साल से सेना में है। आज ऋषि ने अदम्य साहस का परिचय दिया हैैै।
- एजेंसी इनपुट