देश की राजधानी में दिल्ली विश्विद्यालय के छात्र और दो बहनों की हत्या के बाद दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति मालीवाल ने सोमवार को कहा कि डीयू के एक छात्र और दो बहनों की हत्या के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है।
दरअसल, रविवार को डीयू साउथ कैंपस के आर्यभट्ट कॉलेज के बाहर प्रथम वर्ष के छात्र की हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि मृतक छात्र ने अपनी प्रेमिका के साथ हुई छेड़खानी का विरोध किया था, जिसके बाद उसकी हत्या की गई। इस घटना में पुलिस दो युवकों को पकड़ चुकी है।
एक दूसरी घटना में, दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के आरके पुरम में रविवार की सुबह हमलावरों ने दो महिलाओं को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। इसके पीछे महिलाओं के भाई के साथ "पैसों के विवाद" की बात सामने आई है। बहरहाल, पुलिस ने इस संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह घटना आरके पुरम की अंबेडकर बस्ती में हुई, जो उच्च सुरक्षा वाले सेना और वायु सेना मुख्यालय के पीछे स्थित है। क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के कार्यालय भी हैं। इन घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया।
उन्होंने लिखा, "आजकल अपराधियों के मन में कानून का कोई भय नहीं है। उन्हें लगता है कि वे कुछ भी कर के बच जाएंगे। राजधानी में कानून एवं व्यवस्था पर त्वरित संज्ञान लेने की आवश्यकता है। आरके पुरम की घटना से दिल्ली में कानून व्यवस्था को लेकर दिल्ली एलजी वी के सक्सेना और "आप" के बीच भी तनातनी जारी है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मुखर्जी नगर में आग लगने के बाद वहां नहीं जाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। बता दें कि मुखर्जीनगर में स्थित एक कोचिंग संस्थान में आग लगने के बाद कई छात्र फंस गए थे। हालांकि, बाद में स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया था।