यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद से ही राजधानी दिल्ली के सिर पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वहीं, अब अधिकारियों ने बताया कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण यमुना में जलस्तर बढ़ने के बाद मथुरा में यमुना नदी के किनारे के पुलिस स्टेशनों को अलर्ट पर रखा गया है।
एसएसपी मथुरा ने मंगलवार को कहा, "बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। नदी किनारे के सभी पुलिस स्टेशनों को इलाके में निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। अन्य एजेंसियों के साथ भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि अगर कहीं जलभराव हो तो लोगों को तुरंत निकाला जा सके।
गौरतलब है कि मंगलवार दोपहर हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 59 हजार क्यूसेक पानी यमुना में छोड़े जाने के बाद जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है। पथराला नदी, सोम नदी और अन्य पहाड़ी नदियों, जो कि यमुना की सहायक नदियाँ हैं, के बढ़े हुए जलस्तर के कारण यमुना के जल स्तर में भी अचानक वृद्धि हुई है।
इसी दौरान, दिल्ली में पुराने यमुना ब्रिज के ऊपर रेल यातायात को मंगलवार को बंद रखा गया। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण जल स्तर यमुना के खतरे के निशान को पार कर गया था। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, आज यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से थोड़ा ऊपर 206. 24 मीटर तक पहुंच गया।
केंद्रीय जल आयोग ने कहा, "अधिकारियों ने कहा कि उच्च बाढ़ स्तर 207.49 मीटर है। यमुना नदी में जल स्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर 206.24 मीटर तक पहुंच गया है, उच्च बाढ़ स्तर - 207.49 मीटर है।" वहीं, दिल्ली में यमुना का जलस्तर 207.25 मीटर तक पहुंच गया। दिल्ली के ओल्ड रेलवे ब्रिज इलाके में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सुबह 8 बजे पुराना रेलवे पुल पर 207.25 मीटर यमुना का जल स्तर दर्ज़ हुआ। पानी का बहाव तेज रखने के लिए ओखला बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं।