पाकिस्तान में सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं के खिलाफ जघन्य वारदात के कई मामले सामने आने के बाद प्रमुख हस्तियों से लेकर सेलिब्रिटीज तक सोशल मीडिया अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। इसके साथ ही, वे सभी उन दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग कर रहे। इस बीच पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर भुट्टो जरदारी ने भी मर्दों के अकेले सार्वजनिक स्थलों पर निकलने पर बैन लगाने की मांग की है।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर बख्तावर भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर कहा, एक और घटना जिस पर ध्यान देने की जरूरत है। अथॉरिटीज से बख्तावर ने कहा, एक और पीड़ादायक अनुभव पुलिस द्वारा देखा गया, जो बैकअप के लिए कॉल करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हथियार के उपयोग करने की क्षमता के बावजूद मदद करने से इनकार कर दिया, मदद करने के लिए उस पर भरोसा किया और उसकी बजाय उसने मिलीभगत की।"
बख्तावर भुट्टो ने आगे कहा, "अकेले मर्दों को सार्वजनिक स्थलों पर जाने पर रोक लगनी चाहिए। हमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए और ज्यादा महिलाओं की आवश्यकता है।"
हालांकि, बख्तावर की इस मांग पर कि सार्वजनिक स्थलों पर मर्दों पर बैन लगे, कई लोगों ने इस आपत्ति जताई है। इसके बाद अपने रूख पर कायम रहते हुए भुट्टो ने सफाई देते हुए ट्विटर पर कहा कि महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ती हिंसा और छेड़खानी की घटनाओं के चलते इससे बेहतर कोई रास्ता नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जब पुरुषों के साथ कोई महिला होगी तो वह किसी महिला के साथ छेड़खानी करने से पहले 'दो बार' सोचेंगे।
बता दें कि भुट्टो पहले भी सार्वजनिक जगहों पर पुरुषों के प्रतिबंध की मांग कर चुकी हैं। कुछ दिनों पहले महिला पत्रकार सबीना आगा ने ट्विटर पर शेयर करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने कराची के मजार-ए-कायद में 'कुछ साल पहले' मीनार-ए-पाकिस्तान जैसी घटना का सामना किया था।