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मोदी 3.0 सरकार में मंत्रियों को मिले विभाग, गृह-रक्षा-विदेश-वित्त मंत्रालय पर बीजेपी का दबदबा; जाने किसे क्या मिली जिम्मेदारी

निरंतरता का संकेत देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपनी नई सरकार में क्रमश: अमित शाह,...
मोदी 3.0 सरकार में मंत्रियों को मिले विभाग, गृह-रक्षा-विदेश-वित्त मंत्रालय पर बीजेपी का दबदबा; जाने किसे क्या मिली जिम्मेदारी

निरंतरता का संकेत देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपनी नई सरकार में क्रमश: अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर को चार हाई-प्रोफाइल मंत्रालयों - गृह, रक्षा, वित्त और विदेश - का प्रभार बरकरार रखा। इन विभागों के प्रभारी चार मंत्री प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली सुरक्षा पर महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति का गठन करते हैं।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नए लोगों में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय मिले हैं, जबकि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा स्वास्थ्य मंत्रालय में वापस आ गए हैं, यह विभाग उन्होंने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में संभाला था, इससे पहले उन्होंने 2019 में पहले कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में और फिर 2020 में पूर्ण अध्यक्ष के रूप में सत्तारूढ़ भाजपा की कमान संभाली थी।

देश भर में राजमार्ग नेटवर्क को बढ़ावा देने का श्रेय पाने वाले नितिन गडकरी ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का प्रभार बरकरार रखा है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को आवास एवं शहरी मामले तथा बिजली मंत्रालय आवंटित किए गए हैं। सरकार में उभरते सितारे अश्विनी वैष्णव, जो महत्वपूर्ण रेलवे, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों के प्रभारी थे, ने न केवल इन विभागों को बरकरार रखा है, बल्कि उन्हें महत्वपूर्ण सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भी दिया गया है।

धर्मेंद्र प्रधान और पीयूष गोयल क्रमशः शिक्षा, तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालयों के प्रभारी बने रहेंगे। हरदीप सिंह पुरी ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय बरकरार रखा है, लेकिन आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय से हाथ खींच लिया है। आधिकारिक बयान के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद के 72 सदस्यों को विभागों के आवंटन का निर्देश दिया, जैसा कि मोदी ने सलाह दी थी।

भाजपा ने सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने वाले अधिकांश रणनीतिक मंत्रालयों को अपने पास रखा है, जबकि सहयोगी दलों, खासकर टीडीपी और जेडी(यू) के लिए कुछ मंत्रालय छोड़ दिए हैं, जिन्हें क्रमशः नागरिक उड्डयन, तथा पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मिले हैं। किरन रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान से संसदीय कार्य मंत्रालय में भेजा गया है, जबकि अर्जुन राम मेघवाल कानून मंत्री बने रहेंगे और सर्बानंद सोनोवाल ने शिपिंग मंत्रालय अपने पास रखा है। भूपेंद्र यादव ने पर्यावरण मंत्रालय अपने पास रखा है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में भाजपा के सहयोगी दलों के पांच सदस्यों में से, जनता दल (सेक्युलर) के एच डी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय, जीतन राम मांझी (हम-सेक्युलर) को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय और ललन सिंह (जनता दल-यूनाइटेड) को पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय मिला है। टीडीपी के के राममोहन नायडू को नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय आवंटित किया गया है।

भाजपा नेता सी आर पाटिल को जल शक्ति मंत्रालय मिला है, जबकि पार्टी के एक अन्य नेता गजेंद्र सिंह शेखावत, जिन्होंने सरकार के पिछले कार्यकाल में यह मंत्रालय संभाला था, संस्कृति और पर्यटन मंत्री होंगे। अमित शाह ने सहकारिता मंत्रालय भी अपने पास रखा है, जबकि सीतारमण कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय संभालती रहेंगी। वीरेंद्र कुमार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय अपने पास रखा है, जबकि जुएल ओराम नए जनजातीय मामलों के मंत्री हैं। प्रहलाद जोशी, जो पहले कोयला एवं खान तथा संसदीय मामलों के मंत्रालय संभालते थे, को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है। जी किशन रेड्डी को कोयला एवं खान मंत्रालय सौंपा गया है।

गिरिराज सिंह को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्रालय से हटाकर कपड़ा मंत्रालय में भेजा गया है। पूर्व विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अब संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय का प्रभार संभालेंगे। अन्नपूर्णा देवी नई महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों में भाजपा सहयोगी एवं रालोद नेता जयंत चौधरी को कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय आवंटित किया गया है तथा शिवसेना नेता जाधव प्रतापराव गणपतराव आयुष मंत्रालय संभालेंगे। इससे पहले, मोदी ने रविवार को अपनी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट बैठक की और अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों से कहा कि उनमें से अधिकांश अपनी मौजूदा जिम्मेदारियों को संभालना जारी रखेंगे। विभागों के आवंटन ने प्रधानमंत्री के अपने सहयोगियों, विशेष रूप से उन अग्रणी मंत्रालयों को संभालने वालों पर विश्वास को रेखांकित किया, जिन्होंने सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को आकार दिया और आगे बढ़ाया।

जाने किसे मिला कौन सा विभाग, देखें पूरी लिस्ट

 

 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

राज्य मंत्री 

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