केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने मंगलवार यानी 10 अप्रैल को कुछ समूहों द्वारा ‘भारत बंद’ करने का आह्वान किए जाने के मद्देनजर राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही, सुरक्षा बढ़ाने की सलाह भी दी है।
MHA issues advisory to states to take all precautionary measures in view of calls for Bharat Bandh tomorrow by some groups https://t.co/iHhQTxqHPu
— HMO India (@HMOIndia) April 9, 2018
एडवाइजरी जारी किए जाने की जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक परामर्श जारी किया है कि कुछ समूहों की तरफ से सोशल मीडिया पर 10 अप्रैल को बुलाए गए ‘भारत बंद’ के मद्देनजर आवश्यक एहतियाती कदम उठाए जाएं।
अधिकारी ने कहा, ‘एमएचए ने सभी राज्यों को किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ाने और उचित इंतजाम करने को कहा है। एडवाइजरी के मुताबिक, आवश्यक हो तो निषेधाज्ञा भी लगाई जा सकती है।’ राज्यों से सभी संवेदनशील जगहों पर गश्त तेज करने को कहा गया है, जिससे जानमाल के किसी भी नुकसान को रोका जा सके।
अधिकारी ने कहा, ‘एडवाइजरी में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रख्ाें। इसके लिए पूरी तरह से जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को जिम्मेदार माना जाएगा।’
कुछ समूहों ने नौकरियों और शिक्षा में जाति आधारित आरक्षण के खिलाफ मंगलवार को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है, जिसके मद्देनजर सुरक्षा चाक-चौबंद करने और हिंसा रोकने के लिये केंद्र ने सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी किया है।
गौरतलब है कि एससी/एसटी एक्ट के विरोध में दलित समुदाय ने दो अप्रैल को भारत बंद बुलाया था। यह बंद कई राज्यों में हिंसक हो गया था। दलितों द्वारा बुलाए गए ‘भारत बंद’ में मध्य प्रदेश में भारी हिंसा देखने को मिली थी। यहां के तीन जिलों ग्वालियर, मुरैना और भिंड में हुई हिंसा में 8 लोगों को मौत हुई थी।
ऐसे में प्रशासन 10 अप्रैल को कथित ‘भारत बंद’ और 14 अप्रैल को डॉ बीआर आंबेडकर की जयंती को देखते हुए किसी भी तरह की ढील बरतना नहीं चाह रहा है।