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प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में कोर्ट में पेश हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर

पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में शनिवार को अतिरिक्त...
प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में कोर्ट में पेश हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर

पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि मामले में शनिवार को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष जिरह के लिए पेश हुए। इससे पहले अकबर ने रमानी द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताया था।

4 मई को हुई सुनवाई के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री अकबर ने अपना बयान दर्ज कराया था। एक अखबार में रमानी की नियुक्‍ति को लेकर उनकी वकील रिबेका जॉन ने अकबर से पूछताछ की थी। इस दौरान पत्रकार प्रिया रमानी की वकील के सवालों का जवाब देते हुए खुद पर लगे यौन शोषण के आरोपों को एमजे अकबर बेबुनियाद बताया था। रमानी की वकील रेबेका जॉन ने अकबर से दर्जनों सवाल पूछे थे। ज्यादातर सवाल 1993 में रमानी को इंटरव्यू के लिए होटल में बुलाने से जुड़े हुए थे। अकबर ने इस आरोप को भी सिरे से खारिज किया था। रमानी की वकील ने अकबर से कहा था कि वह पूरी तरह झूठ बोल रहे हैं। जॉन ने कहा था कि उन्होंने रमानी को न सिर्फ होटल के कमरे में बुलाया बल्कि उसे शराब भी ऑफर की थी। रमानी से यह तक पूछा गया था कि उन्हें हिंदी गाने पसंद है या अंग्रेजी। ऐसा इसलिए क्योंकि शराब ऑफर करते समय अकबर रमानी की पसंद का म्यूजिक लगाना चाहते थे।

 

प्रिया रमानी के खिलाफ अकबर ने दर्ज कराई थी शिकायत

एमजे अकबर ने पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ पिछले साल पटियाला हाउस कोर्ट में आपराधिक मानहानि की शिकायत दायर की थी। उन्होंने मानहानि से जुड़ी आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत प्रिया पर कार्रवाई की मांग की है। इसमें दोषी को दो साल तक की सजा का प्रावधान है।

इन आरोपों से न केवल बदनामी हुई बल्कि राजनीतिक प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंची

शिकायत में कहा गया है कि यौन शोषण के आरोपों से न केवल अकबर की बदनामी हुई है, बल्कि वर्षों की मेहनत से स्थापित सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंची है।

पत्रकार प्रिया रमानी द्वारा अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने के बाद पूर्व उन्होंने यह मामला दायर किया था। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल ने अकबर की याचिका पर प्रिया रमानी को समन जारी किया। अकबर ने पिछले साल 17 अक्तूबर को केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था।

प्रिया रमानी ने क्या कहा

प्रिया रमानी ने ट्विटर पर अपना बयान पोस्ट कर कहा कि कई महिलाओं ने अपनी निजी और पेशेवर जिंदगी को जोखिम में डालकर अकबर के खिलाफ आवाज उठाई है। प्रिया ने कहा कि मानहानि के आरोपों के खिलाफ लड़ने के लिए वह तैयार हैं, क्योंकि सच और सिर्फ सच ही उनका इकलौता बचाव है।

प्रिया का कहना है कि उनके आरोपों को राजनीतिक साजिश से जोड़ना दुखद है। लेकिन मेरे खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दायर कर उन्होंने अपना स्टैंड स्पष्ट कर दिया। वह डराकर और प्रताड़ित करके महिलाओं को चुप करवाना चाहते हैं।

प्रिया रमानी ने अकबर के खिलाफ लगाया था ये आरोप

भारत में ‘मी टू' अभियान के जोर पकड़ने पर सोशल मीडिया पर अकबर के खिलाफ आरोप लगाने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने रमानी के खिलाफ निजी आपराधिक मानहानि की शिकायत दायर की थी। रमानी ने आरोप लगाया था कि अकबर ने तकरीबन 20 साल पहले उनका यौन उत्पीड़न किया था। इन आरोपों का अकबर ने खंडन किया था।

अकबर पर 12 महिलाओं ने लगाए थे यौन शोषण के आरोप

प्रिया रमानी के बाद गजाला वहाब, शुमा राहा, अंजू भारती और शुतापा पॉल सहित करीब 12 महिलाओं ने सोशल मीडिया के जरिए एमजे अकबर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इनमें से किसी ने भी अकबर के खिलाफ शिकायत नहीं की है।

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