भारत में मॉब लिंचिंग की खबरें आम होती जा रही हैं। किसी इंसान को भीड़ कानून अपने हाथ में लेकर पीट-पीटकर मार डाले या घायल कर दे, यह मध्ययुगीन बर्बरता है। ये इतना ज्यादा और सामान्य हो गया है कि अब हमारे कान के पास की कोई नस भी नहीं फड़कती। अखबारों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने ऐसे जगह बना ली है, जैसे दुष्कर्म की घटनाओं ने और ये दोनों तरह की खबरें जब तक मौजूद हैं, कोई भी समाज सभ्य होने का दावा नहीं कर सकता।
कभी गौहत्या के शक में, कभी बच्चा चोरी के शक में तो कभी मोबाइल चोरी के शक में लोगों को पीट-पीटकर मार डाला जाता है। उत्तर भारत, मध्य भारत से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक हाल ही में ऐसी कई घटनाएं देखने को मिलीं।
उत्तर प्रदेश (हापुड़)
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा में सोमवार दोपहर भीड़ ने दो लोगों पर हमला कर दिया। इस दौरान भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटे गए दोनों व्यक्तियों में से एक की मौत हो गई। इसे लेकर स्थानीय समाचार पत्रों में खबर छपी थी कि भीड़ ने गोहत्या के शक में युवकों पर हमला बोला जबकि पुलिस का कहना है कि गोहत्या इस लड़ाई की वजह नहीं थी।
मरने वाले शख्स की पहचान 45 वर्षीय कासिम के रूप में हुई। पुलिस ने इसे बाइक की टक्कर लगने के बाद हुई मारपीट की घटना बताया। हापुड़ पुलिस अधीक्षक संकल्प ने कहा कि यह अफवाहें थीं कि लड़ाई कथित गाय हत्या पर थी लेकिन जांच से पता चला कि यह बात सही नहीं है। पिलखुवा के उप पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने कहा कि मोटरसाइकिल की टक्कर के बाद झगड़ा शुरू हुआ। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस ने 25 लोगों को नामजद किया है।
झारखंड (खजमुंडा)
झारखंड में कुछ दिन पहले ही गोड्डा में भैंस चोरी के आरोप में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी वहीं गिरिडीह से भी मॉब लिंचिंग का नया मामला सामने आया।
यहां के खजमुंडा गांव में मोबाईल चोरी के आरोप में एक युवक को जूता चप्पल की माला पहनाकर सरेआम बाजार में घुमाया गया। खजमुंडा स्थित एक मोबाईल टॉवर के पास बने कमरे से मोबाइल की चोरी हो गई। चोरी के समय टावर के गार्ड ने शोर मचाया तो चोर भाग निकला। बाद में लोगों की भीड़ जुटी और रात में ही एक युवक को पकड़ लिया गया।
छत्तीसगढ़ (सरगुजा)
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में बच्चा चोर समझकर भीड़ ने युवक को पीट-पीट कर मार डाला। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ये गिरफ्तारी एक वीडियो के आधार पर की हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने अपना गुनहा भी कबूल कर लिया है। युवक की उम्र 40 साल बताई जा रही है।
सरगुजा छत्तीसगढ़ का आदिवासी बहुल इलाका है. जहां पिछले कुछ दिनों से ये अफवाह फैली थी कि कुछ लोग बच्चा चोरी करके उनकी किडनी बेच रहे हैं। इसी अफवाह की भेंट एक शख्स चढ़ गया। मारे गए युवक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है।
असम (कर्बी आंगलांग)
हाल ही में असम के कर्बी आंगलांग जिले में बच्चा चोर होने के संदेह में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। 30 वर्षीय अभिजीत अपने म्यूजिशन दोस्त नीलोत्पल दास (29 साल) के साथ असम के कारबी आंगलांग जिले में घूमने गए थे। दोनों यहां के कंगथिलंग्सो झरने में कुछ खूबसूरत मछलियों की तलाश करने पहुंचे थे, लेकिन दोनों को स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ ने अपहरणकर्ता समझकर घेर लिया। पंजुरी कचारी गांव में बांस के डंडों से करीब 200 लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर दोनों की जान ले ली। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।