अयोध्या। मोदी की गारंटी में इतनी ताकत इसलिए है क्योंकि मोदी जो कहता है, उसे पूरा करने के लिए अपना जीवन खपा देता है। दिन और रात एक कर देता है। अयोध्या नगरी इस बात की साक्षी है। ये बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास जनसभा स्थल से अपने संबोधन में कही। प्रधानमंत्री मोदी एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने 15700 करोड़ की 46 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने अयोध्या धाम जंक्शन और महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण करने के साथ ही 6 वंदे भारत और 2 अमृत भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम ने प्रधानमंत्री को बाल रामलला की मूर्ति भेंटकर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। साथ ही अयोध्या धाम जंक्शन और बदलती अयोध्या पर आधारित वृत्तचित्रों का भी प्रधानमंत्री ने अवलोकन किया।
भारत के कण-कण और जन-जन का पुजारी हूं:
अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री ने अयोध्यावासियों को भरोसा दिलाया कि इस पवित्र धाम के विकास में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्या वासियों में ये उत्साह उमंग बहुत स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे भारत की मिट्टी के कण कण और भारत के जन जन के पुजारी हैं। उन्होंने कहा कि मैं भी अपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं।
अयोध्या नगरी से मिल रही विकसित भारत के अभियान को ऊर्जा:
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण को गति देने के अभियान को अयोध्या नगरी से नई ऊर्जा मिल रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी देश हो अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना होगा। हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है। हमें सही मार्ग दिखाती है। आज का भारत पुरातन और नूतन को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है। एक समय था जब अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं बल्कि देश के चार करोड़ गरीबों को भी मिला है। भारत अपने तीर्थों को संवार रहा है तो वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी में भारत छाया हुआ है। काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निमाण के साथ ही 30 हजार से ज्यादा पंचायत भवन भी बना रहा है। सिर्फ केदारधाम का पुनरोद्धार ही नहीं 300 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज भी देश में बने हैं। सिर्फ महाकाल के लोक का ही निर्माण नहीं हो रहा, बल्कि स्वच्छ पेयजल के लिए दो लाख से ज्यादा टंकियों का भी निर्माण हुआ। हम एक तरफ चांद और सूरज की दूरी नाप रहे हैं, तो वहीं हमारी पौराणिक मूर्तियों को भारत में वापस ला रहे हैं।
अनंत काल तक रहेगा अयोध्या में श्रीराम मंदिर:
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या में विकास की भव्यता दिख रही है, कुछ दिन बाद विरासत की भव्यता और दिव्यता दिखने वाली है। उन्होंने कहा कि विकास और विरासत की साझा ताकत ही भारत को 21वीं सदी में सबसे आगे ले जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी का ऐतिहासिक क्षण बहुत भाग्य से हमारे जीवन में आने वाला है। पीएम मोदी ने प्रभु श्रीराम की नगरी से 140 करोड़ देशवासियों से हाथ जोड़कर प्रार्थना की कि 22 जनवरी को अयोध्या आने का प्रयास ना करें, इसकी जगह जब अयोध्या में प्रभु श्रीराम विराजमान हों, तो सभी लोग दीपावली मनाएं और अपने अपने घरों में श्रीरामज्योति जलाएं। 22 की शाम पूरा हिन्दुस्तान जगमग होना चाहिए। उन्होंने अपील की कि जब हमने साढ़े पांच सौ साल इंतजार किया है तो कुछ दिन और इंतजार करना होगा। सुरक्षा और व्यवस्था के लिहाज से अयोध्या आने में जल्दबाजी ना दिखाएं क्यों कि अब यहां श्रीराम का मंदिर अनंतकाल तक रहेगा।
देश के सभी छोटे बड़े मंदिरों में चले स्वच्छता अभियान:
प्रधानमंत्री ने अयोध्यावासियों से आग्रह भी किया कि आपको आपको देश और दुनिया के अनगिनत अतिथियों के स्वागत लिए तैयार होना होगा। अब यहां अनंत काल तक लाखों की संख्या में आते रहेंगे। ऐसे में अयोध्यावासियों को संकल्प लेना होगा कि अयोध्या नगर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनाएंगे। वहीं प्रधानमंत्री ने देश के सभी तीर्थस्थलों और सभी छोटे बड़े मंदिरों से आग्रह किया कि 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि प्रभु राम पूरे देश के हैं, वो जब आ रहे हैं तो हमारे एक भी मंदिर और तीर्थस्थल के आस पास गंदगी नहीं होनी चाहिए।