पुलवामा में आत्मघाती हमले को लेकर भारत द्वारा सख्त रूख अपनाने के बाद पाकिस्तान ने भारत से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया है।
इसकी जानकारी पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर देते हुए कहा कि उच्चायुक्त सोहेल महमूद को परामर्श के लिए इस्लामाबाद बुलाया गया है।
भारत ने जताई थी सख्त आपत्ति
इससे पहले पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया था और सख्त आपत्ति जताई थी। विदेश सचिव ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त को कहा था कि पाकिस्तान जैश-ए- मोहम्मद के खिलाफ तत्काल और प्रमाणिक कार्रवाई करे। माना जा रहा है कि इसी क्रम में आज पाकिस्तान ने भारत के नई दिल्ली स्थित अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया है।
भारत के आरोपों को कर दिया था खारिज
इससे पहले प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर कहा था कि पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने पी-5 में अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन के राजूदतों को पुलवामा हमले पर जानकारी दी और भारत के आरोपों को खारिज कर दिया। पुलवामा हमले के बाद भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया था।
जैश ने ली थी हमले की जिम्मेवारी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को आतंकी हमला हुआ था। पाकिस्तान में बैठे जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में आतंकी हमले को अंजाम दिया था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया।
जैश ने दो साल पहले उरी और उससे पहले पठानकोट जैसे हमले को भी अंजाम दिया था। पिछले साल पाकिस्तान के चुनाव में जैश के सरगना मसूद अजहर ने इमरान खान का सपोर्ट किया था। इमरान के सत्ता में आने के बाद जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है।