नवी मुंबई के ऐरोली से हैरान और परेशान कर देने वाली एक वारदात सामने आई है। घटना 30 जुलाई की है, जब बार-बार पढ़ाई के लिए कहने वाली मां की हत्या कर दी गई। 15 साल की नाबालिग बेटी ने मां की हत्या कर उसे खुदकुशी का रूप दिया। मां के ही मोबाइल से खुदकुशी करने जा रही हूं का मैसेज रिश्तेदारों को भेजा। तब पुलिस ने बेटी के बयान के आधार पर एडीआर दर्ज किया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को शक हुआ और कड़ी पूछताछ के बाद लड़की टूट गई और सच सामने आ गया।
दरअसल मां अपनी बेटी को डॉक्टर बनाना चाहती थी, इसके लिए वह बेटी से प्रवेश परीक्षा की पढ़ाई के लिए कहती थी। वह बेटी से नीट की तैयारी करने को कह रही थी। मां के रोज-रोज पढ़ाई के लिए कहने से तंग आकर बेटी ने उनकी निर्मम हत्या कर दी। फिलहाल रबाले पुलिस ने नाबालिग बेटी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एपीआई अविनाश महाजन ने बताया कि 30 जुलाई को शैलेष पवार नाम के व्यक्ति ने सूचना दी कि ऐरोली में रहने वाली उनकी बहन शिल्पा जाधव ने अपने फ्लैट का दरवाजा बंद कर लिया है। पुलिस की मदद से जब दरवाजा खोला गया, तो पाया कि उनकी 15 वर्षीय भांजी और 6 वर्षीय भांजा जमीन पर बैठे हैं, लेकिन बेडरूम का दरवाजा बंद है। इसे तोड़ने के बाद पाया गया कि शिल्पा जाधव के गले से कराटे ड्रेस का बेल्ट लिपटा हुआ है और वह जमीन पर बेसुध पड़ी है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत उन्हें मनपा अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की ओर से कड़ाई से पूछताछ के दौरान रविवार शाम को शिल्पा की 15 वर्षीय बेटी ने अपनी मां की हत्या किए जाने की बात कुबूल की। उसने पुलिस को बताया कि मां उस पर पढ़ने के लिए दबाव बना रही थी। इसके बाद रविवार रात को रबाले पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर बेटी को हिरासत में ले लिया।