मुंबई पुलिस ने न्यूज चैनल रिपब्लिक के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अर्नब को उनके घर से हिरासत में लिया है। इससे पहले अर्नब ने पुलिस पर अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया। रिपब्लिक टीवी ने अर्नब के घर के लाइव फुटेज भी दिखाए जिसमें पुलिस और अर्नब के बीच झड़प होती दिख रही है।
वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अर्नबगोस्वामी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने उनके साथ हाथापाई की है। एजेंसी ने रिपब्लिक टीवी चैनल के कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, जिनमें पुलिस गोस्वामी के घर के अंदर घुसती दिख रही है और झड़प भी हो रही है। फिलहाल, इस खबर के साथ ही हैशटैग #ArnabGoswami ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है।
अर्नबगोस्वामी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने उनके ससुर, सास, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की है। रिपब्लिक टीवी पर जो वीडियो चल रहे हैं, उसमें दावा किया जा रहा है कि पुलिस अर्नबसे बदसलूकी करती दिख रही है।
जावड़ेकर ने की गिरफ्तारी की निंदा
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा की है और महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है। प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया, 'हम महाराष्ट्र में प्रेस की आजादी पर हमले की निंदा करते हैं। यह प्रेस के साथ बर्ताव का तरीका नहीं है। यह हमें आपातकाल के उन दिनों की याद दिलाता है जब प्रेस के साथ इस तरह से व्यवहार किया गया था।' वहीं, उन्होंने हिन्दी में ट्वीट कर लिखा, 'मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं।'
स्मृति ईरानी ने भी उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘फ्री प्रेस में जो लोग आज अर्नब के समर्थन में नहीं खड़े हैं, वे फासीवाद के समर्थन में हैं। आप उसे पसंद नहीं कर सकते हैं, आप उसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं, आप उसके अस्तित्व को तुच्छ समझ सकते हैं, लेकिन अगर आप चुप रहते हैं तो आप दमन का समर्थन करते हैं।’
जानें क्या है मामला
दरअसल, यह मामला 2018 का है, जब एक 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने मई 2018 में अलीबाग में आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद एक सुसाइड नोट मिला था, जो कथिततौर पर अन्वय द्वारा लिखा गया था। इस सुसाइड नोट में उन्होंने कहा था कि अर्नब गोस्वामी और दो अन्य ने उन्हें 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया, जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा।
टीआरपी रेटिंग मामले में चल रही है जांच
बता दें कि अर्नब गोस्वामी का चैनल पहले ही टीआरपी रेटिंग में छेड़छाड़ किए जाने के आरोपों का सामना कर रहा है। मुंबई पुलिस ने पिछले महीने इसे लेकर एक केस फाइल किया था, जिसमें जांच हो रही है। मुंबई पुलिस ने कहा था कि रिपब्लिक टीवी ने दर्शकों को अपना चैनल देखने के लिए पैसे दिए थे। पुलिस को विज्ञापनों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग किए जाने का भी शक है। इस मामले में अभी तक रिपब्लिक के कई शीर्ष अधिकारियों को समन भेजा जा चुका है और कई लोगों से पूछताछ भी हुई है।