मुंडका अग्निकांड के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को उस इमारत का दौरा किया। इस घटना में 27 लोगों की मौत हो गई है, वहीं दर्जनों लोग घायल हैं। इस दौरान सीएम केजरीवाल ने अधिकारियों से हालात की जानकारी लेने के बाद इस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही दिल्ली सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए शवों की शिनाख्त कराने के लिए उनका डीएनए जांच कराने की बात कही है। केजरीवाल ने बताया कि इस हादसे के पीछे जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।
एडीएम, पश्चिम दिल्ली, धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है. दुर्घटना में अभी तक 27 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। यहां 70-80 लोग काम करते थे। रेस्क्यू भी किया गया है लेकिन जिम्मेदारी जांच के बाद तय होगी। इस बारे में हम कयास नहीं लगा सकते।
Delhi Mundka Fire | Delhi government has ordered a magisterial enquiry into the incident. Families of the deceased will be given Rs 10 lakhs compensation while the injured will be given Rs 50,000 compensation: CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/MN6TmLPuiG
— ANI (@ANI) May 14, 2022
अभी हमारी प्राथमिकता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया जाए, जिन लोगों को हल्की चोटें आई थी, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया है। जो 27 मृतक थे, उन्हें संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया था। उनके परिजनों से हम संपर्क कर रहे हैं क्योंकि डीएनए के सैंपल्स के अलावा पहचान का कोई रास्ता नहीं है।
बता दें कि पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास स्थित चार मंजिला व्यावसायिक इमारत में शुक्रवार शाम आग लगने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य झुलस गए थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आग इमारत की पहली मंजिल से लगनी शुरू हुई जहां सीसीटीवी कैमरा और राउटर बनाने की कंपनी का ऑफिस था। उन्होंने कहा कि आग बुझाने के काम में 30 से अधिक दमकल वाहनों को लगाया गया था।
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि कंपनी के मालिकों-हरीश गोयल और वरुण गोयल को गिरफ्तार कर लिया गया है और इमारत के मालिक की पहचान मनीष लाकरा के रूप में हुई है। जो इसी इमारत के सबसे ऊपर वाले फ्लोर पर रहता था और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
दमकल विभाग के साथ ही एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। कुछ लोगों के अभी अंदर फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।