आयोग ने उक्त मामले में श्री जय लाल राठिया की अचानक मौत को गंभीर मानते हुए छत्तीसगढ के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को निर्देशित किया है कि वे पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करावें एवं उपलब्ध साक्ष्यों की फारंसिक जांच भी कराकर आयोग को तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
इससे पूर्व आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार साय के निर्देश पर आयोग ने रायगढ के जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया था कि जय लाल राठिया की मृत्यु की निष्पक्ष जांच करायी जाए एवं जांच पूरी होने तक मृतक की अस्थियां एवं राख सुरक्षित रखी जाए।
मीडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार रायगढ जिले के खरसिया क्षेत्र में 300 एकड कुनकुनी जमीन घोटाले को प्रकाश में लाने वाले जयलाल राठिया की 17 मार्च को अचानक मौत हो गई थी। समाचारों में कहा गया है कि मृतक आदिवासी किसान नेता ने भू माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था और उनकी लाश का बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार कर दिया गया, जो संदेह पैदा कर रहा है। इस पूरे प्रकरण पर आयोग ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से तथ्यात्मक रिपोर्ट भी तलब की है।