देशभर में कोरोना संक्रमण ने कोहराम मचा रखा है। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और वैक्सीनेशन को तेज करने का सुझाव दिया है। उन्होंने लिखा कि कोविड के खिलाफ हमारी लड़ाई एक राष्ट्रीय चुनौती है। हमें टीकाकरण पर ज्यादा जोर देने की जरूरत है। वैक्सीनेशन के नंबरों के बजाए कितनी फीसदी आबादी का टीकाकरण किया गया है इस पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही कहा गया है कि 45 साल से कम उम्र के लोगों के टीकाकरण की भी छूट दी जाए।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने लिखा कि महामारी ने हजारों लोगों की नौकरियां छीन ली।, लाखों लोगों को गरीबी रेखा में लाकर खड़ा कर दिया। शहरों में रह रहे बच्चों से मिलने के लिए माता-पिता तरस रहे हैं । दादा-दादी ने अपने पोते-पोतियों को नहीं देखा है। एक साल से शिक्षकों ने अपने बच्चों को क्लासरूम में नहीं देखा। सबके मन में यही सवाल है कि आखिर उनका जीवन कब तक सामान्य होगा। कोरोना से लड़ने के लिए हमें कई चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। इसमें टीकाकरण अभियान को तेज करना अहम होगा। आशा है कि मेरे सुझावों पर अमल होगा।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले तो यह जानकारी होनी चाहिए कि तमाम वैक्सीन उत्पादक कितने वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराएंगे और अगले छह महीनों में वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा कर लेंगे। उन्होंने कहा, ''सरकार को यह बताना चाहिए कि अलग-अलग वैक्सीन उत्पादकों को कितने ऑर्डर दिए गए हैं, जिन्होंने अगले छह महीने में डिलीवरी का वादा किया है। यदि हम लक्षित संख्या में लोगों को टीका लगाना चाहते हैं तो हमें अडवांस में पर्याप्त ऑर्डर देने चाहिए ताकि उत्पादक समय से आपूर्ति कर सकें।''
बता दें कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,61,500 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 1,47,88,109 हो गए हैं।