आतंकी फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को अलगाववादी हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक और एक और अन्य अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी को नए समन जारी किए हैं। समन में कहा गया है कि आतंकी फंडिंग मामले के सिलसिले में 18 और 19 मार्च को दोनों पूछताछ के लिए दिल्ली में उपस्थित रहें। इससे पहले 11 मार्च को समन भेजा गया था लेकिन मीरवाइज दिल्ली में उस दिन पेश नहीं हुए थे। इसके बाद एनआईए ने ताजा समन जारी किया है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद कश्मीर में अलगाववादी नेताओं की सरकार की कार्रवाई के बीच यह कदम उठाया गया है।
पेश न होने पर बताया था यह कारण
मीरवाइज उमर फारूक के वकील ने पिछली पूछताछ के दौरान एनआइए के समक्ष पेश न होने पर सफाई में कहा था कि, 'उनके पास (मीरवाइज) छुपाने के लिए कुछ नहीं है। और जिस तरह के हालात हैं उन हालातों में वह दिल्ली नहीं आ सकते लेकिन एनआईए की पूछताछ के लिए वे हर वक्त श्रीनगर में उपलब्ध हैं।
एनआईए को शक पुलवामा से है संबंध
इस महीने की शुरुआत में, NIA ने कश्मीर में अलगाववादियों के सात ठिकानों पर तलाशी ली थी, जिसमें उक्त मामले के संबंध में मीरवाइज भी शामिल थे। एजेंसी ने छापे के दौरान विभिन्न आतंकी संगठनों के लेटरहेड्स के साथ-साथ हाई-एंड कम्युनिकेशन सिस्टम सहित कई खतरनाक दस्तावेजों को बरामद करने का दावा किया है। तलाशी के दौरान, टीम ने लैपटॉप, ई-टैबलेट, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, कम्यूनिकेशन सिस्टम और डीवीआर सहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए थे।