तीन तलाक के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली महिला निदा खान ने शनिवार को कहा कि उसके खिलाफ एक और फतवा जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इस फतवे में कहा गया है कि जो मेरे बाल काटकर लाएगा उसे 11,786 रुपये का इनाम दिया जाएगा।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार निदा ने कहा कि इस फतवे में यह भी कहा गया है कि वह तीन दिन में देश छोड़ दें। यह भी कहा गया है कि यदि मैं ऐसा नहीं करती हूं तो मुझ पर पत्थरों से हमला किया जाएगा। निदा ने कहा कि इस तरह के फतवा जारी होने पर रोक लगनी चाहिए। उऩ्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए अगल से समय लेंगी और अपनी मांग उनके सामने रखेंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शनिवार को शाहजहांपुर में थे मगर मैं अपनी सुरक्षा के मद्देनजर उनसे मिलने नहीं जाने का फैसला किया। निदा बरेली के मशहूर आला हजरत खानदान की बहू रह चुकी हैं। वह इन दिनों तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह के खिलाफ आवाज उठा रही हैं।
इससे पहले 16 जुलाई को आला हजरत दरगाह के दारुल इफ्ता ने निदा खान के खिलाफ एक फतवा जारी किया था। इसमे निदा का खाना पीना बंद करने, उनसे किसी भी मुस्लिम द्वारा संपर्क नहीं रखने की बात कही गई थी। फतवे में यह भी कहा गया था कि कोई भी डॉक्टर निदा खान का इलाज नहीं करेगा। उनके मरने के बाद न तो उन्हें कब्रिस्तान में दफन किया जाएगा और न ही उनके जनाजे की नमाज पढ़ी जाएगी।
इस फतवे के बाद राज्य अल्पसंख्यक आयोग की दो सदस्यीय टीम कुंवर सैय्यद इकबाल और रूमाना सिद्दीकी ने निदा खान का पक्ष लिया। उन्होंने बरेली के डीएम और एसएसपी को निदा की सुरक्षा बढ़ाए जाने के निर्देश दिए।