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कांग्रेस नेतृत्व के साथ नीतीश की बैठक, ज्यादा से ज्यादा विपक्षी दलों को एकजुट करने का फैसला

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष...
कांग्रेस नेतृत्व के साथ नीतीश की बैठक, ज्यादा से ज्यादा विपक्षी दलों को एकजुट करने का फैसला

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ अधिक से अधिक विपक्षी दलों को एकजुट करने और देश के लिए ‘विपक्ष का दृष्टिकोण’ सामने रखने का निर्णय लिया गया।

खड़गे के आवास पर हुई इस बैठक में खरगे, नीतीश और राहुल गांधी के अलावा बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार सरकार के मंत्री संजय झा, राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी मौजूद रहे।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इस बैठक को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि आगे सभी विपक्षी दलों को एकजुट करना है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने यहां पर ऐतिहासिक बैठक की है और बहुत सी चीजों पर चर्चा की है। हम सभी ने मिलकर तय किया कि सभी पार्टियों को एकजुट करना है और आने वाले चुनाव में एकजुट होकर लड़ना है। हम सब मिलकर इसी रास्ते पर काम करेंगे।’’

जद(यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने कहा कि यहां अंतिम रूप से बातचीत हो गई और इसी के आधार पर आगे अधिक से अधिक दलों को साथ लाना है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अधिक से अधिक पार्टियों को पूरे देश में एकजुट करने का प्रयास करेंगे। सब लोग सहमति जताएंगे, एकसाथ बैठेंगे, मिलकर चलेंगे। यह बात तय हुई है। अंतिम तौर पर बात हो गई है, उसी के आधार पर आगे चलेंगे। जितने लोग सहमत होंगे उन सभी लोगों के साथ मिलकर आगे की चीजें तय करेंगे।’’

यह पूछे जाने पर कि कितने दल साथ आएंगे तो बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जिस दिन बैठेंगे, उस दिन जानिएगा। बहुत ज्यादा लोग इकट्ठा होंगे।’’ राहुल गांधी ने भी इस बैठक को विपक्षी एकजुटता के लिहाज से ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि विचाराधारा की लड़ाई को मिलकर लड़ा जाएगा।

उनका कहना था, ‘‘विपक्ष को एकजुट करने में बहुत ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। यह एक प्रक्रिया है। देश के लिए विपक्ष के दृष्टिकोण को विकसित करेंगे। जितनी भी पार्टियां हमारे साथ चलेंगी, उनको साथ लेकर देश में विचारधारा की लड़ाई को लड़ेंगे। संस्थाओं और देश पर जो आक्रमण हो रहा है उसके खिलाफ हम एकसाथ मिलकर खड़े होंगे।’’

इस बैठक से कुछ दिनों पहले ही, खरगे ने नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की थी। जनता दल (यूनाइटेड ) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार अतीत में कई बार कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाने की सलाह दे चुके हैं।

इसी साल फरवरी में कुमार ने इस बात पर जोर दिया था कि यदि कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल 2024 का लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ते हैं, तो भाजपा 100 सीट से कम सीट पर सिमट जाएगी।

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