पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक टकराव के बीच सरकार ने चीन के 4जी उपकरणों को लेकर बड़ा फैसला किया है। दूरसंचार विभाग ने यह फैसला किया है कि भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के 4G इक्विपमेंट को अपग्रेड करने के लिए चीनी सामान का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। सरकारी सूत्रों की मानें तो मंत्रालय ने बीएसएनएल से कहा है कि सुरक्षा कारणों के चलते चीनी सामान का इस्तेमाल नहीं किया जाए।
सूत्रों के मुताबिक, विभाग ने संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के साथ-साथ एमटीएनएल को भी यही निर्देश दिया है कि 4G के लागू होने में जितने भी चीनी उपकरणों का इस्तेमाल होता है उसपर तुरंत रोक लगा दें। विभाग निजी मोबाइल सेवा ऑपरेटरों से चीनी कंपनियों द्वारा बनाए गए उपकरणों पर उनकी निर्भरता को कम करने के लिए भी विचार कर रहा है। बता दें कि वर्तमान में चीनी कंपनी हुआवेई के साथ एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी दूरसंचार कंपनियां काम कर रही हैं। वहीं, बीएसएनएल वर्तमान नेटवर्क में चीनी जेडटीई के साथ काम कर रहा है।
लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव
यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। सोमवार रात गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए जबकि चीनी सेना के 43 जवान मारे गए या गंभीर रूप से जख्मी हुए। चीन ने अपनी ओर से इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में भारत-चीन सीमा क्षेत्रों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 जून को शाम 5 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार का आंदोलन जोरों पर
गौरतलब है कि गलवान घाटी में चीन की इस हरकत के बाद भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार का आंदोलन जोरों पर है। देश के कई हिस्सों में चाइनीज सामानों को आग के हवाले किया गया। लोगों ने चीनी सामान न खरीदनें का संकल्प भी लिया। साथ ही, सोशल मीडिया पर भी हैशटैग के साथ 'HindiCheeniByeBye' और 'BharatVsChina' ट्रेंड कर रहा है।
ओप्पो ने कैंसल किया फोन का लाइव लॉन्च
इससे पहले चाइनीज स्मार्टफोन कंपनी ओप्पो ने देश भर में चाइनीज प्रॉडक्ट्स के बायकॉट करने की मांग के बीच अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन का भारत में लाइव लॉन्च कैंसल कर दिया। कंपनी ने यह फैसला भारत और चीन सीमा पर हुए तनाव और भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद लिया। ऐसे में ओप्पो ने नया डिवाइस लाइव लॉन्च न करना ही बेहतर समझा। कंपनी ने एक विडियो शेयर कर यह डिवाइस अनाउंस किया।