मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसानों से मिलकर समाधान निकालने की अपील की है। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि दुनिया के किसी भी आंदोलन को दबाकर शांत नहीं किया जा सकता है। दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को 2 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है।
राज्यपाल मलिक ने कहा कि अधिकांश किसान शांतिपूर्ण रहे हैं, मैं उनसे सरकार से बातचीत करने की अपील करता हूं। इसके अलावा, मैं चेतावनी देना चाहता हूं कि दुनिया में किसी भी आंदोलन को दमन के माध्यम से हल नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मैं किसानों के आंदोलन से एक नेता के रूप में उभरा और उनके कारण को समझा। मुद्दे का शीघ्र हल निकालना राष्ट्र के हित में है। मैं सरकार से उनकी चिंताओं को सुनने का आग्रह करता हूं। दोनों पक्षों को जिम्मेदारी से बातचीत में शामिल होना चाहिए।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सीमाओं पर बीते दी महीने से अधिक समय से आंदोलनरत है। सरकार और किसान नेताओं की कई दौर की वार्ता हो चुकी है। हालांकि इसका कोई हल नहीं निकल सका है। किसान तीनों कानूनों के वापस लेने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं, केंद्र सरकार ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल सर्वदलीय बैठक में कहा कि किसान आंदोलन का हल सिर्फ बातचीत के जरिए ही संभव है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार एक कॉल पर किसानों के लिए उपलब्ध है। साथ ही उन्होंने गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर कहा कि कानून अपना काम करेगा।