प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1000 रूपए के मौजूदा सभी नोटों को बीती रात से अमान्य करार देने के फैसले के बाद ट्विटर पर चुटकुलों की बाढ़ सी आ गई।
जाने माने लेखक चेतन भगत ने ट्वीट किया, लेडीज और जेंटलमैन, नकद अब नया कचरा है। गिविंद मिश्रा ने ट्वीट किया, विजय माल्या ने एसबीआई को फोन किया: मैं अपना सारा कर्ज लौटाने के लिए तैयार हूं, लेकिन सिर्फ 500 और 1000 के नोटों की नगदी के जरिए।
एक और शख्स ने कहा, 500 और 1000 रूपए के नोटों पर अब पाबंदी लग गई है। दोस्तों, अब हमें बटुए की जगह हैंडबैग खरीद लेना चाहिए। गीतम श्रीवास्तव ने ट्वीट किया, लोग अब भी मोदी जी से यह सुनने का इंतजार कर रहे हैं कि ये 500 और 1000 रूपए वाला एेलान एक मजाक था और मेरे नए यूट्यूब चैनल से जुड़ें।
रीतिका नाथानी ने कहा, दिल्ली में धुंध इसलिए है क्योंकि मोदी जी की ओर से 500 और 1000 रूपए के नोटों पर पाबंदी लगाने पर लोगों ने अपने काले धन जलाए हैं। एक अन्य ट्वीट में कहा गया, भारतीय राजनीति के इतिहास में पहली बार सभी पार्टियां एक मुद्दे पर एकजुट हैं। 500 और 1000 के नोटों को गिनने पर। भाषा एजेंसी