केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि अब पीओके को आजाद कराने और भारत में शामिल कराने का वक्त आ गया है। इसमें संसद की भी पूरी रजामंदी है। ईश्वर से प्रार्थना करें कि अपने जीवकाल में यह अवसर देख पाएं।
जितेंद्र सिंह ने राजधानी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में कहा, 'हम भाग्यशाली हैं कि हमने यह सब (अनुच्छेद 370 खत्म) होते हुए देखा। हमारी तीन पीढ़ियों ने इसके लिए बलिदान दिया है, तब जाकर यह संभव हो सका। उन्होंने कहा, ‘इस ऐतिहासिक कदम के बाद, आइए हम पीओके को पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्त कराने और इसे संसद में (1994 में) सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव के अनुरूप देश का अभिन्न हिस्सा बनाने की सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हैं’। जितेंद्र सिंह ने कहा, 'हम दुआ करें कि हम पीओके का देश में एकीकरण होता हुआ और लोगों को बेरोक-टोक मुजफ्फराबाद (पीओके की राजधानी) जाते देखें’।
नेताओं की नजरबंदी को लेकर कही ये बात
इस के साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की गिरफ्तारियों की आलोचना करने को लेकर कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि इसे अनावश्यक ही एक बड़ा मुद्दा बना दिया गया। उन्होंने कहा, 'ये लोग जिम में पसीना बहा रहे हैं, पुस्तकें पढ़ रहे हैं और यहां तक कि हॉलीवुड मूवी आर्डर कर रहे तथा देख रहे हैं।
‘पाक से सिर्फ पीओके पर ही बात होगी’
इससे पहले राजनाथ ने कहा था कि अगर पाक को भारत से बातचीत करनी है तो पहले वो आतंकवाद को रोके। कश्मीर मुद्दे पर पाक अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दरवाजा खटखटा रहा है, लेकिन अब पाक से बातचीत सिर्फ पीओके पर ही होगी। जितेंद्र सिंह ने रक्षामंत्री के इस बयान पर सहमति जताई।
‘इमरान जानते हैं कि भारत ने बालाकोट में क्या किया’
रक्षा मंत्री ने कहा था कि कुछ दिन पहले पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि भारत बालाकोट से बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इसका मतलब है कि इमरान जानते हैं कि भारत ने बालाकोट में क्या किया था। जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए वहां अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किया गया है। इस पर पाकिस्तान बेवजह तिलमिलाया हुआ है। पूरे विश्व में उसे कहीं भी समर्थन नहीं मिल रहा।
‘क्षेत्र की सुरक्षा-शांति पर खतरा’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पीओके वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान भारत के खुद को खोजने वाले पूर्वानुमानों की तरह हैं। अनुच्छेद 370 हटाने के बाद इसी तरह की चीजें सामने आएंगी। भारत की एकतरफा और गैर-कानूनी कार्रवाइयों के चलते क्षेत्र की सुरक्षा और शांति पर खतरा है।