देश में ओमिक्रोन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। गुरुवार को ओमिक्रोन वैरिएंट के 14 नए मामले सामने आए। कर्नाटक में पांच तो तेलंगाना और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चार-चार नए मामले सामने आए जबकि गुजरात के मेहसाणा जिले की वीजापुर तहसील के एक गांव में एक 41 वर्षीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ओमिक्रोन से संक्रमित पाई गई। अब तक देश में ओमिक्रॉन के 87 मामले सामने आ चुके हैं। हालत को देखते हुए केंद्र सरकार भी सक्रिय हो गई है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने गुरुवार को देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की।
देश में गुरुवार को कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के 14 नए मामले सामने आए। कोरोना का यह नया वैरिएंट महाराष्ट्र और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तक पहुंच गया है। राजस्थान में 17, दिल्ली में 10, केरल में 5, गुजरात में 5, कर्नाटक में 8, तेलंगाना में 6, बंगाल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और चंडीगढ़ में 1-1 मामले सामने आ चुके हैं।
कोरोना का यह नया वैरिएंट महाराष्ट्र और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तक पहुंच गया है। मुंबई में ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए क्रिसमस और न्यू ईयर पर बड़े कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा आवासीय परिसरों में छतों परआयोजन पर भी रोक रहेगी. रिहायशी सोसाइटी में भी बड़े इवेंट नहीं हो सकेंगे। बीच पर लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि ‘ओमीक्रोन’ के 10 मामले सामने आए हैं और उनमें से किसी की हालत ‘‘गंभीर’’ नहीं है। संदेह के आधार पर 40 लोगों को लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 38 कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। ओमीक्रोन’ के सभी मरीजों की हालत भी स्थिर है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुधाकर के ने कहा कि राज्य में आए नए सभी पांच मरीजों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई है। राज्य में अब तक 8 लोग ओमिक्रोन से संक्रमित हुए हैं। तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में चार लोगों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। इनमें से तीन केन्या के हैं और एक भारतीय मूल के हैं।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 स्थिति से निपटने के लिए सभी केंद्र शासित प्रदेशों की स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों की भी समीक्षा की गई। ओमिक्रोन का सबसे पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में आया था. इसके बाद से अब तक यह वेरिएंट करीब 80 देशों में पहुंच चुका है। ओमिक्रोन वेरिएंट अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस के मुकाबले 70 गुणा तेजी से फैलता है।