कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का संसद के बजट सत्र पर खतरा मंडरा रहा है। राज्यसभा के 400 से अधिक कर्मचारियों के कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित होने के बाद राज्यसभा सचिवालय ने कर्मचारियों की उपस्थिति को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है। अंडर सेक्रेट्री और एक्जीक्यूटिव ऑफिसर श्रेणी से नीचे के 50 प्रतिशत अधिकारी और कर्मचारी इस महीने के अंत तक घर से काम करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा सचिवालय के 65, लोकसभा सचिवालय के करीब 200 और संसद में काम करने वाले अन्य 133 लोग 4 से 8 जनवरी के दौरान कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। वेंकैया नायडू ने स्थिति की समीक्षा की और सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया।
भीड़भाड़ से बचने के लिए सचिवालय का समय निर्धारित करने का निर्णय लिया गया है और सभी आधिकारिक बैठकें वर्चुअल रूप से होंगी। विकलांग अधिकारियों और गर्भवती महिलाओं को कार्यालय में उपस्थित होने से छूट दी गई है। नायडू ने निर्देश दिया कि सभी 1300 अधिकारियों और कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट किया जाए। उनका संक्रमण ठीक होने पर कड़ी निगरानी रखी जाए और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती होने और इलाज में मदद की जाए।
राष्ट्रीय राजधानी में नए मामलों के अचानक बढ़ने के मद्देनजर 6-7 जनवरी को रैंडम टेस्टिंग की गई। अधिकांश कर्मचारी, जिनमें लक्षण नहीं दिखे। उन्होंने कहा, “संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए संसद में आने वालों के लिए और अधिक रैंडम टेस्टिंग की जाएगी।
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट पेश करेगी। इस दौरान संसद में लगभग सभी सांसदों की मौजूदगी होती है। शनिवार को दिल्लीमें 20,181 नए कोविड मामले दर्ज किए गए, जो पिछले आठ महीनों में सबसे अधिक हैं। नए मामलों ने शहर में संक्रमण की संख्या को 15 लाख 26 हजार 979 तक पहुंचा दिया है। सात और मौतें दर्ज होने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 25,143 हो गई है।