दरअसल, राष्ट्रपति पद का चुनाव अगले महीने 17 तारीख को होने वाला है। अगर जरुरत पड़ी तो मतों की गणना 20 जुलाई को होगी। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन का पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख 28 जून है। उम्मीदवार चुनावी रण से अपना नाम एक जुलाई तक वापस ले सकते हैं। ऐसे में पक्ष और विपक्ष अपने-अपने उम्मीदवारों को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है।
मीडिया से बातचीत के दौरान जब विदेशमंत्री से पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उनके नाम पर गौर किया जा रहा है तो उन्होंने कहा, 'ये अफवाह हैं। मैं विदेश मंत्री हूं और आप मुझसे जो पूछ रहे हैं वह आंतरिक मामला है।'
गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर सर्वसम्मति बनाने के लिए शुक्रवार को भाजपा नेता राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से मुलाकात की। हालांकि सत्ता पक्ष ने विपक्षी नेताओं से चर्चा में किसी नाम का प्रस्ताव नहीं दिया। वहीं, सीपीएम ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए धर्मनिरपेक्ष चेहरे की 'शर्त' रखी है।