कोरोना प्रबंधन के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति में सुधार के लिए पीएम मोदी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें पीएम ने निर्देश दिया कि पीएम केयर्स कोष से पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को जल्द से जल्द खरीद लिया जाए और राज्यों को उपलब्ध कराया जाए। तरजीह कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों को दी जाएगी।
इसके साथ ही पीएम-केयर्स कोष के तहत 500 नए पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र को मंजूरी दी गई। ये नए ऑक्सीजन प्लांट जिला मुख्यालय और टियर 2 शहरों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में वृद्धि करेंगे। इन 500 पीएसए प्लांटों को डीआरडीओ और सीएसआईआर द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीक के जरिए स्थापित किया जाएगा। पीएम मोदी का कहना है कि इससे विशेष रूप से जिला मुख्यालयों और टीयर-2 शहरों में ऑक्सीजन की पहुंच में सुधार होगा।
इससे पहले पीएम मोदी ने बुधवार को वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया से मुलाकात की। मुलाकात में वायु सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री को वायु सेना द्वारा कोरोना काल में किए जा रहे प्रयासों के बारे में अवगत कराया।
वायु सेना प्रमुख से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑक्सीजन टैंकर और आवश्यक वस्तुओं की सुरक्षित तरीके से और तेज आवाजाही पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना से जुड़े इन ऑपरेशन के दौरान इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि वायु सेना के कर्मी सुरक्षित रहें।
बता दें भारतीय वायुसेना (आईएएफ) दुबई और सिंगापुर से नौ क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर हवाई मार्ग से पश्चिम बंगाल के पानागढ़ हवाईअड्डे पर लेकर आई है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 3,60,960 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले 1,79,9,267 हो गए हैं।