गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर हुई इस बैठक में अधिकतर दलों के नेता मौजूद रहे। राजनाथ सिंह और सुषमा स्वराज ने विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक कर उन्हें चीन से गतिरोध व कश्मीर के हालात की जानकारी दी। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद रहे।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि विदेश मंत्री और विदेश सचिव ने सीमा विवाद खासकर डोकलाम मसले पर विपक्ष को विस्तृत जानकारी दी है। सभी दलों ने सरकार को समर्थन का भरोसा दिया है। बैठक के बाद सीपीएम महसचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि सरकार का कहना है कि वे संवाद के जरिये हालात से निपट रहे हैं। उनके मुताबिक सरकार ने सुरक्षा में कमी को लेकर बैठक में सफाई भी दी है।
Govt said that they'll tackle the situation through dialogues. They also gave a clarification on the security lapses: Sitaram Yechury,CPI(M) pic.twitter.com/uMUZg6SPqw
— ANI (@ANI_news) July 14, 2017
वहीं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे पहले है। कांग्रेस ने सरकार को कूटनीतिक तरीके से निपटने की सलाह दी है। भारत-चीन सीमा पर लगातार टकराव से उपजे हालात और अमरनाथ यात्रियों पर हमले के मद्देनजर सरकार ने शुक्रवार शाम सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। बैठक में मौजूदा हालात के बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सरकार की तरफ से विपक्षी दलों से जानकारी साझा की गई। सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले सरकार ने विपक्ष को विश्वास में लेने के लिए यह कदम उठाया है।
National security-priority of INC,advised them to tackle situation diplomatically,rising above politics for national interest:A Sharma,Cong pic.twitter.com/GPpqFZe1gC
— ANI (@ANI_news) July 14, 2017
गौरतलबह है कि सिक्किम क्षेत्र से लगे डोकलाम, डोका ला में इन दिनों भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर गतिरोध बना हुआ है। इसके चलते दोनों देश के सैनिकों के बीच धक्कामुक्की भी हो चुकी है। चीन का आरोप है कि भारत के सैनिकों ने सीमा का उल्लंघन किया है और उसकी सड़क का निर्माण भी रुकवा दिया है। चीन कह रहा है कि इस पूरे मुद्दे पर बातचीत तभी संभव है जब भारत वहां से अपने सैनिक हटाए।
इसके अलावा चीन का सरकारी मीडिया रोज भारत को उकसाने वाले और धमकी भरे लेख छाप रहा है। वहां का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स लगातार भारत पर हमलावर है। हाल ही में चीन ने भारत में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। हालत लगातार जटिल होते जा रहे हैं।