प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि प्रौद्योगिकी जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है, जैसा पहले कभी नहीं हुआ था और भारत का लक्ष्य होना चाहिए कि उसे प्रौद्योगिकी का आयात न करना पड़े या इसके लिए दूसरों पर निर्भर न रहना पड़े।
उन्होंने कहा, "भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा प्रतिभा भंडार है और दुनिया को भरोसा है कि भारत वैश्विक चुनौतियों के लिए कम लागत, गुणवत्ता, टिकाऊ और स्केलेबल समाधान प्रदान कर सकता है।"
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के ग्रैंड फिनाले के दौरान छात्रों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "प्रौद्योगिकी हमारे जीवन का इतना महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है, जितना पहले कभी नहीं था। हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए कि भारत को किसी भी तकनीक का आयात न करना पड़े या इसके लिए दूसरों पर निर्भर न रहना पड़े।"
प्रधानमंत्री ने युवा नवप्रवर्तकों की उनकी समस्या-समाधान क्षमताओं और जटिल चुनौतियों से निपटने में सरलता के लिए सराहना की। उन्होंने कहा, ''आज हम समय के उस निर्णायक मोड़ पर हैं, जहां हमारा हर प्रयास अगले हजार साल के भारत की नींव को मजबूत करेगा।''