सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राजधानी दिल्ली में पानी की समस्या बेहद गंभीर है लेकिन कोई इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। कोर्ट ने कहा कि पानी को लेकर युद्ध जैसे हालात हैं। अब मामले की अगली सुनवाई 15 मई को होगी।
भूजल को लेकर केंद्र सरकार ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की। केंद्र ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि दिल्ली में भूजल की स्थिति काफी गंभीर है। पानी की कमी है और जल स्तर काफी नीचे है। कोर्ट ने अब इस मामले में दिल्ली सरकार, वाटर रिसोर्स से रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
गौरतलब है कि हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें देशभर में पानी की स्थिति पर चिंताओं को दर्शाया गया था। केंद्रीय भूजल बोर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के 6584 ब्लॉक में सर्वे करने पर पता चला कि इनमें से 1034 ब्लॉक में भूजल का जरूरत से ज्यादा दोहन हो चुका है। राजस्थान में आकलन किए गए 248 ब्लॉक में से 66 फीसदी अतिशय दोहन वाले दायरे में हैं। इसके बाद दिल्ली में 56 फीसदी दोहन हो रहा है। देश में सिंचाई जरूरत का 60 फीसदी हिस्सा, पेयजल जरूरत का 85 फीसदी हिस्सा और शहरी जल जरूरतों का करीब 50 फीसदी हिस्सा भूजल से आता है।