बजट सत्र के दौरान गुरुवार को राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। चिदंबरम ने एक तरफ बजट और अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार पर 12 सवाल दागे, वहीं इतिहास को लेकर सरकार को चेतावनी भी दी। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि इतिहास मोदी सरकार को देश की सबसे बड़बोली और बढ़ा-चढ़ाकर आंकड़े पेश करनेवाली सरकार के तौर पर याद रखेगा।
Congress' P. Chidambaram poses 12 questions to the govt on #Budget2018, says, 'budget 2018-19 has worsened the fiscal deficit,' also stated, 'shall we tell the ppl, NDA govt believes that we must tax the hard-working middle class rather than the rich corporates?' #RajyaSabha pic.twitter.com/t6uKt4K8Sb
— ANI (@ANI) February 8, 2018
चिदंबरम ने जब बोलना शुरू किया तो सत्ता पक्ष के लोगों ने 'प्रधानमंत्री का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान' के नारे लगाकर व्यवधान डालने की कोशिश की।
सरकार के रोजगार और जीडीपी के आंकड़ों पर तंज कसते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, 'हम दुनिया के पहले ऐसे देश हैं जो जीडीपी बढ़ने का दावा करते हैं, लेकिन रोजगार के अवसर घट रहे हैं। सरकार दावा कर रही है कि रोजगार बढ़ा है, लेकिन यह कागजी है। रोजगार बढ़ा है तो गया कहां?'
जीडीपी ग्रोथ के दावों पर सवाल उठाते हुए चिदंबरम ने कहा, 'हकीकत में देश में कई सेक्टर्स में 2014 से अब तक आंकड़ों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जीडीपी ग्रोथ की बात बढ़ा-चढ़ाकर पेश की जा रही है जबकि 2018-19 का बजट वित्तीय घाटे को सबसे ऊंचे स्तर पर ले जाने वाला साबित होगा।'
इसके साथ ही पूर्व वित्त मंत्री ने राज्य सभा में दिए भाषण में मोदी सरकार पर मध्यम वर्ग के लिए कोई राहत नहीं देने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि यह सरकार अमीर कॉर्पोरेट पर मेहरबान है। उन्होंने कहा, 'कॉर्पोरेट घरानों पर टैक्स लगाने के बजाय बजट में मेहनत करनेवाले मध्यम वर्ग को कोई राहत नहीं दी गई। मिडिल क्लास पर टैक्स का अतिरिक्त बोझ डाला गया है।'