सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि पूर्वोत्तर में घुसपैठ के पीछे पाकिस्तान और चीन का हाथ है। जनरल रावत ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि बांग्लादेश से घुसपैठ के दो कारण हैं।
सेना प्रमुख के अनुसार पहला कारण यह है कि उनके पास जगह की कमी है। मानसून सीजन में उनका बड़ा हिस्सा बाढ़ से घिर जाता है और रहने के लिए जगह कम हो जाती है। इसकी वजह से वे हमारी सीमा में चले आते हैं।
Migration from Bangladesh is due to two reasons. One, they are running out of space. Large areas get flooded during the monsoon & they have constricted area to stay: Army Chief General Bipin Rawat (21.02.18) pic.twitter.com/Cwoc3Xg7lS
— ANI (@ANI) February 22, 2018
उन्होंने कहा कि दूसरा कारण योजनाबद्ध तरीके से घुसपैठ कराना है। यह हमारे पश्चिमी पड़ोसी (पाकिस्तान) के कारण हो रहा है। इसकी सदैव कोशिश रहती है कि यह इलाका छद्म युद्ध से घिरा रहे। यह खेल पश्चिमी पड़ोसी खेल रहा है और उसे इसमें उत्तरी पड़ोसी (चीन) का सहयोग प्राप्त है।
पूर्वोत्तर में बांग्लादेश से होने वाली घुसपैठ और इलाके में हुए जनसांख्यिकीय परिवर्तन को दिखाने के लिए जनरल रावत ने बदरुद्दीन अजमल की पार्टी ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि देश में जनसंघ का विस्तार उतनी तेज़ गति से नहीं हुआ, जितनी तेज़ गति से असम में एआईयूडीएफ का विस्तार हुआ है।
AIUDF (All India United Democratic Front) have grown in a faster time-frame than the BJP grew over the years. When we talk of Jan Sangh with two MPs & where they have reached, AIUDF is moving at a faster pace in the state of Assam: Army Chief General Bipin Rawat (21.02.18) pic.twitter.com/XUIlBDhef6
— ANI (@ANI) February 22, 2018
इससे पूर्व सेना प्रमुख कहा था कि डोकलाम के हालात अच्छे हैं और परेशान होने का कोई कारण नहीं है। भारत ने विवादित तिराहे में सड़क बनाने से चीनी सेना को रोक दिया था जिसके बाद दोनों देश की सेनाओं के बीच 73 दिन तक गतिरोध बना रहा। रावत से जब पत्रकारों ने डोकलाम के हालात के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘‘चिंता करने की कोई बात नहीं है।’’