रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को जम्मू के सुंजवान स्थित आर्मी कैंप पर हमले की कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि खुफिया जानकारियां मिली हैं कि आतंकियों को उनके हैंडलर सीमापार से नियंत्रित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आतंकियों के खिलाफ चलाया जा रहा ऑपरेशन आज दिन से 10.30 बजे समाप्त हो गया। सीतारमण ने आर्मी अस्पताल जा कर घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल पूछा। उन्होंने राज्य जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी हालात पर चर्चा की।
Defence Minister Nirmala Sitharaman met those injured in the #SunjuwanArmyCamp attack at the Military Hospital in Jammu. pic.twitter.com/34pE1ZLiE3
— ANI (@ANI) 12 फ़रवरी 2018
सीतारमण ने कहा कि इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए और एक नागरिक की भी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि सेना के ऑपरेशन में तीन आतंकवादी मारे गए। पहले चार आतंकियों के मारे जाने की बात कही गई थी। रक्षा मंत्री ने कहा कि चौथा आतंकी गाइड रहा हो और वह कैंप एरिया में नहीं घुसा हो। उन्होंने कहा कि हमले को अंजाम देने वाले आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे जिन्हें पाकिस्तान में बैठकर अजहर महसूद संरक्षण देता था। अजहर ही हमले का मास्टरमाइंड था।
उन्होंने कहा कि सारे सबूत जुटा लिए गए हैं और इन्हें पाकिस्तान को सौंपा जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि डोजियर पर डोडजियर देने के बाद भी पाकिस्तान ने अभी तक आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सबूत देना निरंतर प्रक्रिया होगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) सबूतों की जांच कर रही है। पाकिस्तान ने पीर पंजाल के दक्षिणी हिस्से तक आतंकवाद का विस्तार किया है और घुसपैठ के लिए सीजफायर उल्लंघन का सहारा ले रहा है।