बाबा रामदेव ने कहा कि वह एनडीआरआी के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर देश भर के डेयरी सेक्टर पर शोध करेंगे। उन्होंने कहा कि तीन चार साल में डेयरी प्रोडक्ट के साथ-साथ देसी गायों की नस्ल सुधारने पर भी काम किया जाएगा। इससे दूध का उत्पादन बढ़ जाएगा। यदि यह नस्ल सुधरी तो तीन-चार किलो दूध देने वाली गाय से 50 किलो तक दूध निकाल सकेंगे।
उन्होंने कहा कि इस काम के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए। उनका दावा है कि वह देसी गायों की नस्ल सुधार लेंगे और फिर पतंजलि डेयरी के क्षेत्र में भी कदम रख देगी। जल्द ही बाजार में पतंजलि दूध और पनीर लाने की तैयारी है।