'मेरा स्वराज आउटलुक एग्रीकल्चर कॉनक्लेव एंड स्वराज अवार्ड्स' का दूसरा संस्करण 15 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की थीम इस बार किसानों को सशक्त बनाने में सहकारिता और एफपीओ की भूमिका थी। आउटलुक के कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह मुख्य अतिथि थे। इसके अलावा कार्यक्रम में कृषि सचिव संजय अग्रवाल, अमूल के एमडी आर.एस.सोढ़ी, अर्थशास्त्री डॉ टी.हक, एनसीडीसी के एमडी संदीप कुमार नायक, स्वराज डिविजन के सीनियर वी.पी. राजीव रेलन, एमसीएक्स के हेड (एनर्जी एंड एग्री) दीपक मेहता, इंडियन जिंक एसोसिएशन के डायरेक्टर (साउथ एशिया) सौमित्र दास और देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसान और कॉरपोरेट जगत से जुड़े हुए प्रमुख लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम की झलकियां..
आउटलुक एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव में भाग लेने आए देशभर के किसान
रजिस्ट्रेशन डेस्क पर किसान
दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरुआत
पहला पैनल डिस्कशन- किसानों के सशक्तिकरण में सहकारिता की भूमिका
कार्यक्रम को संबोधित करते इंडियन जिंक एसोसिएशन के डायरेक्टर (साउथ एशिया) सौमित्र दास
सहकारिता की जरूरत पर अपनी बात रखते सीएसीपी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. टी हक
पैनल डिस्कशन में अपनी बात रखते अमूल के एमडी आरएस सोढ़ी
कार्यक्रम को संबोधित करते स्वराज डिविजन के सीनियर वी.पी. राजीव रेलन
दूसरा पैनल डिस्कशन- एफपीओ की भूमिका पर चर्चा करते हुए एमसीएक्स के हेड (एनर्जी एंड एग्री) दीपक मेहता
एफपीओ पर बोलते हुए कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव अभिलक्ष लिखी
किसानों को व्यावसायिक स्तर पर मजबूत करने की बात कहते नाबार्ड के सीजीएम ए.आर. खान
आउटलुक एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का आगमन
कृषि मंत्री के साथ आउटलुक हिंदी के संपादक हरवीर सिंह और आउटलुक इंग्लिश के संपादक रूबेन बनर्जी
कृषि मंत्री का स्वागत करते आउटलुक के सीईओ इंद्रनील रॉय
स्वराज अवॉर्ड से सम्मानित करते कृषि मंत्री
स्वराज अवॉर्ड्स विजेताओं के साथ कृषि मंत्री राधामोहन सिंह
कार्यक्रम स्थल पर किसान
कार्यक्रम स्थल पर डिस्प्ले के लिए रखा स्वराज का ट्रैक्टर
कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और आउटलुक हिंदी के संपादक हरवीर सिंह
कॉन्क्लेव में उपस्थित लोगों से खचाखच भरा हॉल
कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का संबोधन
कार्यक्रम के दौरान एक किसान
कृषि मंत्री का भाषण सुनते लोग
अवॉर्ड विजेता
अवॉर्ड विजेता
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत
कार्यक्रम समाप्ति के बाद