उरी हमले और उसके बाद भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के मद्देनजर गृहमंत्री की इस घोषणा को बेहद अहम माना जा रहा है। जैसलमेर पहुंचकर उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय सीमावतर्ती राजस्थान, पंजाब, जम्मू- कश्मीर और गुजरात में ताजा सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा की। उसके बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 तक भारत पाक सीमा को पूरी तरह सील कर दिया जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि बार्डर सिक्योरिटी ग्रिड बनाया जाएगा और लगातार इसकी निगरानी की जाएगी। संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उनके साथ केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू भी मौजूद थे। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सिंह ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि देश पर किसी तरह की आंच नहीं आने दी जाएगी। देशवासियों को सेना और जवानों पर विश्वास रखना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सेना और जवानों पर पूरी तरह से विश्वास और भरोसा है। जिस तरह से किसान अपनी फसल की रखवाली करता है उसी तरह जवान सीमा की रखवाली कर रहा है। श्री सिंह का कहना है कि अगले दो साल में यानी दिसंबर 2018 तक भारत-पाकिस्तान की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा। गृह मंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए जो ऐक्शन प्लान तैयार किया गया है, वह पूरी तरह से समयबद्ध है। यानी, इसके लिए एक समय सीमा निर्धारित की गई है।
गृह मंत्री ने यह कहा कि बॉर्डर सिक्योरिटी ग्रिड नाम से एक नई अवधारणा बनाई जा रही है, जिसमें पाकिस्तान की सीमा से लगे चारों राज्यों जम्मू- कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात इन सभी का सहयोग लिया जाएगा। गृह मंत्री के अनुसार, मौजूदा समय में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है, इसलिए हमें एकजुट होकर अपनी सेना पर भरोसा करना चाहिए। देश की सुरक्षा से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं होगा।
दरअसल, एलओसी पर भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे राजस्थान, पंजाब, जम्मू कश्मीर और गुजरात के सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री दो दिन के दौरे पर जैसलमेर पहुंचे थे।
इस बैठक में चारों राज्यों के मुख्यमंत्रियों और गृहमंत्रियों को हिस्सा लेना था, लेकिन बैठक में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया के अलावा, पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और गुजरात के गृहमंत्री प्रदीप जडेजा मौजूद थे। इसके अलावा चारों राज्यों के डीजीपी, होम सेक्रेटरी और चीफ सेक्रेटरी के अलावा बीएसएफ के अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।