लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज रात 12 बजे से पूरे देश में लॉकडाउन होने जा रहा है। अभी के हालात को देखते हुए देश में ये लॉकडाउन 21 दिन का होगा। यह एक तरह से कर्फ्यू ही है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान जरूरी वस्तुओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। इससे पहले 19 मार्च को पीएम ने देश को संबोधित किया था और जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था। पीएम मोदी ने कहा कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था। इसमें हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया। इसी तरह के जज्बे को आगे भी बढ़ाना है।
साइकिल तोड़ने के लिए 21 दिन जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। उन्होंने कहा कि हमें भी ये मानकर चलना चाहिए कि हमारे सामने यही एक रास्ता है। हमें घर से बाहर नहीं निकलना है। चाहे जो हो जाए, घर में ही रहना है। मोदी ने कहा कि घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें.। आज के फैसले ने देशव्यापी लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है हर भारतीय संकट की इस घड़ी में सरकार के, स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करेगा। 21 दिन का लॉकडाउन लंबा समय है, लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए आपके परिवार की रक्षा के लिए, उतना ही महत्वपूर्ण है।
लापरवाही मुश्किल में झोंक देगी
कुछ लोगों की लापरवाही, गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। इस लापरवाही की देश को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है जिसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि 21 का यह फैसला आपके लिए और आने वाली पीढ़ी के लिए है क्योंकि अगर हमने 21 दिनों के लॉकडाउन का पालन नहीं किया तो हम 21 साल पीछे चले जाएंगे। साइकिल तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सभी के लिए जरूरी है। यहां तक कि यह पीएम के लिए भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि को-रो-ना का मतलब एक ही है कोई रोड पर नहीं निकले। इसकी गंभीरता को समझना बेहद अहम है।
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 15 हजार करोड़
पीएम मोदी ने कहा कि अब कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए देश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने आज 15 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच, केंद्र और देशभर की राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है। रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए निरंतर कोशिश कर रही हैं।
बढ़ेगी टेस्टिंग सुविधा
पीएम ने कहा कि कोरोना से जुड़ी टेस्टिंग सुविधा, पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्वीपमेंट्स, आइसोलेशन बेड्स, आईसीयू बेड्स, वेंटिलेटर, और अन्य जरूरी साधनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जाएगी। राज्य सरकारों से अनुरोध किया है कि इस समय उनकी पहली प्राथमिकता, सिर्फ और सिर्फ स्वास्थ्य सेवाएं ही होनी चाहिए। हेल्थ केयर ही प्राथमिकता होनी चाहिए।
500 लोग हैं संक्रमित
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या 500 के पार हो चुकी है और अब तक 10 की मौत हुई है। इस जानलेवा बीमारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने लॉकडाउन का ऐलान किया। कई राज्यों में कर्फ्यू भी लगाया गया है।