उन्होंने बताया, यह अप्रत्याशित था। मोदी ने देखा कि श्रद्धालु लंगर खा रहे हैं। वह हाॅल में गए और उन्हें लंगर परोसने लगे।उन्होंने कहा कि इस पवित्र नगरी में आने वाले लगभग हर प्रधानमंत्री स्वर्ण मंदिर आए हैं लेकिन मोदी को छोड़कर किसी भी अन्य प्रधानमंत्री ने लंगर नहीं परोसा।
भारी सुरक्षा और एसजीपीसी के कार्यबल के मजबूत घेरे के बावजूद श्रद्धालुओं को मोदी के साथ सेल्फी लेने का मौका मिला। गुरूद्वारा प्रशासन को बताया गया था कि स्वर्ण मंदिर आने पर मोदी और गनी लंगर चख सकते हैं। दोनों नेताओं ने यहां सिर ढक कर दर्शन किए। सिंह ने कहा कि गैर सिख यहां टोपी पहन सकते हैं लेकिन बाल कटवा चुके सिखों को अपना सिर कपड़े के टुकड़े से ढंकना होता है।
मोदी से पहले स्वर्ण मंदिर आने वाले प्रधानमंत्रियों में इंदिरा गांधी, वी पी सिंह, चंद्र शेखर, अटल बिहारी वाजपेयी, एच डी देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल और मनमोहन सिंह शामिल हैं। लाल कृष्ण आडवाणी ने उप प्रधानमंत्री रहते हुए यहां के दर्शन किए थे। भाषा एजेंसी