बसपा प्रमुख मायावती ने दावा किया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञापनों पर 3044 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि इतने पैसों में उत्तर प्रदेश जैसे पिछड़े राज्य के हर गांव में शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा प्रदान करने के लिए खर्च किया जा सकता है।
करोड़ो रुपये खुद के प्रचार के लिए
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आत्म-प्रचार के लिए जनता का पैसा बर्बाद करने का आरोप लगाया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया: "मोदी ज्यादातर विभिन्न परियोजनाओं के लिए आधारशिला रखने में व्यस्त थे। उन्होंने प्रचार के लिए 3,044 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसके बजाय, यह सरकार उत्तर प्रदेश जैसे पिछड़े राज्यों के प्रत्येक गांव में शिक्षा और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए इस धन का उपयोग कर सकती थी। हालांकि, भाजपा के लिए काम पर जोर देने से ज्यादा खुद पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है।’’
भाजपा की नाकामी
63 वर्षीय नेता हाल ही में ट्विटर पर आई हैं। वे अपने ज्यादातर ट्वीट हिंदी में करती हैं। प्रधानमंत्री पर हमले वाला ट्वीट भी उन्होंने हिंदी में किया है। उन्होंने लिखा कि "बीजेपी और पीएम अपनी सरकार की विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने में नाकाम रही है।" उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी, जो अपने राज्य में भी असहाय है, "बेरोजगारी और गरीबी जैसे गंभीर मुद्दों का समाधान करने में बुरी तरह विफल रही है"। "प्रधानमंत्री किसी भी तरह की सार्वजनिक बहस से भागते हैं।"
वास्तविक मुद्दों से हटाते हैं ध्यान
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि पार्टी हमेशा मुख्य मुद्दों से ध्यान हटा कर लोगों को जाल में फंसाती है। अब चुनाव जीतने के लिए भाजपा विपक्षी दलों के "गड़े मुर्दों की खुदाई" भी कर रही है। लेकिन जनता अब उनके झांसे में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन इस बार भाजपा को पछाड़ देगा।