जम्मू कश्मीर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर एक हाईलेवल मीटिंग की गई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल मौजूद रहे। करीब डेढ़ घंटे चली इस बैठक में रक्षा क्षेत्र में बलों को आधुनिक उपकरणों से लैस करने और भविष्य की चुनौतियों पर चर्चा की गई। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एयरफोर्स चीफ ने ब्रीफ किया।
जम्मू में भारतीय वायुसेना के बेस पर हुए ड्रोन हमले और बाद में आसपास के कुछ इलाकों में दिखे ड्रोन से खतरे की घंटी बजती हुई दिख रही है। इस पूरी बेल्ट मे सेना के कई बेस, स्टेशन और कैंट इलाके हैं। पहले इनमें से कई को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने निशाना भी बनाया है।
शनिवार रात जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले की जांच एनआईए कर रही है। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एंजेंसी आईएसआई का हाथ है। ये हमला लश्कर ने आईएसआई के इशारे पर किया था। बता दें कि एयरफोर्स स्टेशन पर हुए हमले को भारत की ओर से यूनाइटेड नेशन में भी उठाया गया है।