चालू साल के अंत तक कई राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार किसानों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। इसीलिए केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन की कई फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की है।
मोदी सरकार ने धान, बाजरा, मक्का, अरहर, मूंग और रागी सहित खरीफ की सभी 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में इजाफा करके देश के किसानों को लुभाने की कोशिश की है। साथ ही प्रमुख फसल धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर सामान्य किस्म के धान का एमएसपी 1,750 रुपये और ग्रेड ए किस्म के धान का एमएसपी 1,790 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
सरकार जहां दावा कर रही है कि 1.5 गुना एमएसपी देने का जो उसने वादा किया था, आज उसे पूरा किया गया है। वहींं, विपक्ष इसे किसानों के साथ ठगी बता रहा है।
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने आज ट्वीट करते हुए कहा, 'मुझे अत्यंत खुशी हो रही है कि किसान भाइयों-बहनों को सरकार ने लागत के 1.5 गुना MSP देने का जो वादा किया था, आज उसे पूरा किया गया है। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इस बार ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। सभी किसान भाइयों-बहनों को बधाई।'
उन्होंने कहा, 'कृषि क्षेत्र के विकास और किसान कल्याण के लिए जो भी पहल जरूरी हैं, सरकार उसके लिए प्रतिबद्ध है। हम इस दिशा में लगातार कदम उठाते आए हैं और आगे भी आवश्यक कदम उठाते रहेंगे।'
मुझे अत्यंत खुशी हो रही है कि किसान भाइयों-बहनों को सरकार ने लागत के 1.5 गुना MSP देने का जो वादा किया था, आज उसे पूरा किया गया है। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इस बार ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। सभी किसान भाइयों-बहनों को बधाई।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2018
केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा, 'किसानों की आय दोगुनी करने के वादे को पूरा करने के लिए सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। कैबिनेट ने खरीफ 2018-19 से सभी खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य उत्पादन की लागत का डेढ़ गुना या उससे अधिक कर दिया है।'
वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इसे ऐतिहासिक बताया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘यह ऐतिहासिक फैसला है। मोदी सरकार ने हमेशा किसानों के पक्ष में निर्णय लिए हैं। पिछली सरकारों के विपरीत जिनकी योजनायें केवल फाइलों और उनके घोषणापत्रों पर ही रह जाती थी यह मोदी सरकार अपनी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में सफल हुई है।'
उन्होंने कहा, 'यह न केवल किसानों की उपज के लिए बेहतर मूल्य सुनिश्चित करेगा बल्कि उनके जीवन में भी गुणात्मक सुधार लाएगा। पहले किसानों के लिए प्रभावी फसल बीमा योजना और अब MSP में यह ऐतिहासिक बढोतरी, मोदी सरकार की "सबका साथ-सबका विकास" की दिशा में कटिबद्धता को प्रमाणित करती है।'
कैबिनेट मीटिंग के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'ऐतिहासिक फैसला हुआ है। इस देश का सबसे बड़ा प्रोड्यूसर, कंज्यूमर, कस्टमर किसान है। किसानों को कभी उनकी कीमत नहीं मिली। मोदी जी ने इसको समझा है और किसानों को उसकी लागत का डेढ़ गुना दिया जाएगा।'
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा कि बढ़ी हुई एमएसपी से किसानों को हर एकड़ के 6,000 से 8,000 रुपए ज्यादा मिलेंगे।
This is a historic decision. Modi govt has always taken decisions in favour of farmers: BJP President Amit Shah on union cabinet approves increase in Minimum Support Price for major crops pic.twitter.com/E0fl9ZatEp
— ANI (@ANI) July 4, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने खरीफ की फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी पर मुहर लगाई। अन्य खरीफ फसलों में मोटे अनाजों में ज्वार, बाजरा, मक्का तथा दलहनी फसलों अरहर, उड़द और मूंग के अलावा तिलहनी फसलों सोयाबीन के अलावा मूंगफली के एमएसपी घोषित किए गए हैं।
पीटीआई के अनुसार विपणन सीजन 2018-19 के लिए कपास में (मीडियम स्टेपल ) का एमएसपी बढ़ाकर 5,150 रुपये और लौंग स्टेपल का 5,450 रुपये प्रति क्विंटल तय कर दिया है। खरीफ विपणन सीजन 2017-18 में मीडियम स्टेपल कपास का एमएसपी 4,020 रुपये और लौंग स्टेपल कपास का एमएसपी 4,320 रुपये प्रति क्विंटल था।
खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर का एमएसपी बढ़ाकर 5,675 रुपये प्रति क्विंटल तय कर दिया है जबकि पिछले खरीफ में इसका एमएसपी 5,450 रुपये प्रति क्विंटल था। इसी तरह से मूंग का एमएसपी 5,575 रुपये से बढ़ाकर 6,975 रुपये, और उड़द का एमएसपी 5,400 रुपये से बढ़ाकर 5,600 रुपये प्रति क्विंटल तय कर दिया है।
धान के समर्थन मूल्य में की गई बढ़ोतरी से सब्सिडी का बोझ 11,000 करोड़ बढ़ने का अनुमान है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) किसानों से धान की बड़े पैमाने पर खरीद करती है। चालू खरीफ में धान की रोपाई चल रही है, हालांकि कई राज्यों में प्री-मानसून की बारिश कम होने से धान की रोपाई पिछले साल की तुलना में पिछड़ी है।
खरीफ विपणन सीजन 2018-19 के लिए ज्वार का एमएसपी बढ़ाकर 2,430 रुपये, बाजरा का 1,950 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। पिछले खरीफ सीजन में ज्वार का एमएसपी 1,725 रुपये और बाजरा का 1,425 रुपये प्रति क्विंटल था।
तिलहनी फसलों में सोयाबीन का एमएसपी खरीफ विपणन सीजन 2018-19 के लिए 3,399 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है जबकि पिछले खरीफ में इसका एमएसपी 3,050 रुपये प्रति क्विंटल था। मूंगफली का एमएसपी 4,450 रुपये से बढ़ाकर 4,890 रुपये, सनफ्लावर का 4,100 रुपये से बढ़ाकर 5,388 रुपये, रागी का एमएसपी 1,900 रुपये से बढ़ाकर 2,897 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। खरीफ विपणन सीजन 2018-19 के लिए शीसम सीड का एमएसपी 5,300 रुपये से बढ़ाकर 6,249 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।