जम्मू कश्मीर के अखनूर की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'मुझे समझ नहीं आता कि क्या ये वही कांग्रेस है, जिसमें रहकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद भारत की कल्पना की थी। आज सीमापार आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले खौफ में हैं। डर के साए में जी रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत को दहलाने के लिए सीमा पार से आने वाले आतंकी भी 100 बार सोच रहे हैं।‘
पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश आज एक सुर और एक स्वर में बात कर रहा है, लेकिन कांग्रेस के नेता दूसरे ही सुर अलाप रहे हैं। बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद कांग्रेस के नेता ऐसी बात कर रहे हैं, जो भारत के पक्ष में नहीं है। इतना ही नहीं, जम्मू कश्मीर के नेता भी ऐसी बात कर रहे जो गांव में रहने वाले लोगों को मंजूर नहीं है।
'पाकिस्तान की जय-जयकार के साथ कांग्रेस का हाथ'
प्रधानमंत्री ने कहा कि 11 अप्रैल को जब आप कमल के फूल के सामने वाले ईवीएम का बटन दबाएंगे तो उसकी आवाज देश के भीतर जमे आतंकियों के और उसके साथियों में तो खलबली मचाएगी ही और साथ में सीमा पार भी उसकी गूंज सुनाई देगी।
नेशनल कांफ्रेंस के एक नेता ने भारत के खिलाफ बहुत गलत बोला है और वह पाकिस्तान की जय-जयकार कर रहे हैं। कांग्रेस उनसे हाथ मिलाए हुए हैं। मोदी ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस का हाथ ऐसे ही लोगों के लिए है क्या? जो भारत के खिलाफ बोले और पाक की जय-जयकार करे। इनको भारत माता की जय कहने में समस्या है। इनको कंधे पर बैठाएं हुए हैं, लेकिन आतंकवाद की जय कहने वालों की जय कह रहे हैं।
'जहर घोलने के लिए एनसी,पीडीपी, कांग्रेस जिम्मेदार'
पीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की आज जो दशा है उसके लिए कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) जिम्मेदार हैं। आतंकवाद का जहर जो जम्मू-कश्मीर में घुला है वह इन तीनो दलों ने घोला है। ये वो लोग हैं जिन्होंने भारत के सामर्थ्य पर भी कभी भरोसा नहीं किया. इनके पास बड़े और कड़े फैसले लेने कि हिम्मत ही नहीं है। ये मरे-पड़े लोग हैं।
'छुटकारा चाहते हैं महामिलावटी'
आज आतंकी और आतंक के सरपरस्त ये दुआ मांग रहे हैं कि कुछ भी हो जाए। मगर चौकीदार से जैसे तैसे छुटकारा मिल जाए और ये महामिलावटी दिल्ली में बैठ जाएं लेकिन क्या देश को ये मंजूर है। कांग्रेस के नामदार के गुरु जो कांग्रेस की नीति निर्धारित करते हैं वो बिना लाज-शर्म, हिंदुस्तान की धरती पर मीडिया के सामने आतंकियों को क्लीन चिट दे रहे हैं। जब गुरु ही ऐसा होगा, तो चेला कैसा होगा और चेले के साथी कैसे होंगे?