कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में लगाए गए संपूर्ण लॉकडाउन की अवधि केंद्र सरकार और दो सप्ताह के लिए बढ़ा सकती है। आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ करीब चार घंटे तक चली बैठक के बीच जो सलाह दी गई, उसे देखते हुए ऐसा फैसला जल्द किया जा सकता है। क्योंकि अधिकतर राज्यों ने बैठक में कहा कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं, उससे ये खतरा मंडरा रहा है कि कम्युनिटी संक्रमण बढ़ सकता है ऐसे में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाए। इसको देखते हुए केंद्र सरकार और दो हफ्ते के लिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ा सकती है।
बैठक के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की वकालत की। केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन आगे जारी रखने की मांग की। प्रधानमंत्री ने आज लगातार तीसरी बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की। मोदी इस दौरान गमछे को ही मास्क जैसे लगाए नजर आए। पीएम मोदी मुख्यमंत्रियों से ऐसे समय में बात कर रहे हैं जब माना जा रहा है कि सरकार देशभर में लागू लॉकडाउन को कुछ संभावित छूट के साथ बढ़ा सकती है।
दिए जाने वाले सुझावों पर किया जाएगा गौर- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों को भरोसा दिलाया कि राज्यों से मिले सुझावों पर गौर किया जाएगा। कॉन्फ्रेंसिंग में अमरिंदर सिंह (पंजाब), ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल), उद्धव ठाकरे (महाराष्ट्र), योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), मनोहर लाल खट्टर (हरियाणा), के चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) और नीतीश कुमार (बिहार) समेत दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इससे पहले मोदी 20 मार्च और 2 अप्रैल को भी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चुके हैं।
लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा चुके हैं ये दो राज्य
पंजाब और ओडिशा पहले ही अपने राज्यों में जारी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा चुके हैं। वहीं देश में जारी लॉकडाउन आने वाले मंगलवार को खत्म हो रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विभिन्न पहलुओं पर राज्य सरकारों से विचार मांगे हैं, जिसमें यह जानकारी भी शामिल है कि क्या अधिक लोगों और सेवाओं को छूट दी जानी चाहिए।
वर्तमान में जारी लॉकडाउन में केवल जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है। यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के बाद मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की है। दो अप्रैल को हुई बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जारी लॉकडाउन से बाहर निकलने के लिए सख्त कदम उठाने के लिए कहा था।
मास्क की जगह गमछे के उपयोग को दें बढ़ावा- मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिलाध्यक्ष से बातचीत में कहा था कि मास्क तैयार करने के लिए अनावश्यक पैसा खर्च करने की जरुरत नहीं है। पूर्वांचल में तो कंधे पर तौलिया व गमछा रखने की परंपरा है, इसे जारी रखें और इसी से मुंह ढकने के लिए लोगों को जागरूक करें। जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने पीएम मोदी को मास्क बांटने के बारे में बताया तो प्रधानमंत्री ने कहा था कि अनावश्यक पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। मास्क इलाज में लगे डॉक्टर एवं उनके सहयोगियों, सफाई कामगारों के लिए जरूरी है।