इलाहाबाद बैंक के पूर्व निदेशक दिनेश दुबे ने कहा है, 'यूपीए सरकार से शुरू हुआ पीएनबी बैंक घोटाला एनडीए सरकार में 50 गुना हो गया।
UPA Sarkar se chala hua aaya kand aaj NDA sarkar mein 10 guna, 50 guna badh gaya: Dinesh Dubey,former Allahabad Bank Director #GitanjaliGems #MehulChoksi pic.twitter.com/ZKk4dDa4kn
— ANI (@ANI) February 16, 2018
पूर्व निदेशक दुबे का दावा है कि देश के बैंकिंग क्षेत्र को हिला देने वाले पीएनबी घोटाले की शुरुआत 2013 में इलाहाबाद बैंक की निदेशक मंडल की बैठक में ही हो गई थी। नई दिल्ली में हुई उस बैठक में गीतांजलि ज्वैलर्स के मालिक मेहुल चोकसी को 550 करोड़ रुपये देने की मंजूरी दी गई थी। मेहुल चोकसी रिश्ते में घोटालेबाज नीरव मोदी का मामा है। बाद में मामा-भांजे ने मिलकर बैंकों को हजारों करोड़ का चूना लगाया। चौकसी को बैंक की हांगकांग शाखा से भुगतान किया गया था।
I had sent a dissent note against #GitanjaliGems to the Govt and RBI in 2013 but to no avail, I was directed that this loan has to be approved, I was being pressurized so I resigned: Dinesh Dubey,former Allahabad Bank Director pic.twitter.com/yMqxiYWw7X
— ANI (@ANI) February 16, 2018
दिनेश दुबे का कहना है कि 14 सितंबर 2013 को दिल्ली के होटल रेडिसन में इलाहाबाद बैंक के निदेशक मंडल की बैठक में बतौर निदेशक जब कर्जे देने का विरोध किया तो उन पर दबाव डाला गया तो मैंने इस्तीफा दे दिया।